सूरजकुंड : भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने ऐसा कोई खिलाड़ी नहीं देखा जिसने अपने पहले ही मैच में तिहरा शतक जमा दिया हो. उनका इशारा लोकसभा चुनाव में राजग को मिली 300 से अधिक सीटों की ओर था.
आडवाणी ने यहां भाजपा के पहली बार निर्वाचित सांसदों के लिए आयोजित पार्टी की प्रशिक्षण कार्यशाला के समापन भाषण में कहा, पहले ही मैच में तिहरा शतक जमाने के लिए नरेंद्र मोदी को बधाई. उन्होंने कहा, 2004 का चुनाव हारने के बाद मैं हमेशा भाजपा के दोबारा सत्ता में आने का सपना देखा करता था. श्री नरेंद्र मोदी ने उस सपने को सच कर दिखाया है. मैं इसके लिए भी उन्हें बधाई देता हूं.
उन्होंने कहा कि टेस्ट क्रिकेट में हमने सुना है कि अपने पहले मैच में कई खिलाडियों ने एक या दोहरे शतक जमाये हैं लेकिन मैं ऐसे किसी बल्लेबाज को नहीं जानता, जो अपने पहले ही टेस्ट मैच में कप्तान बन गया हो और उसने उसमें तिहरा शतक भी जमाया हो.
आडवाणी ने कहा, नरेंद्र भाई की यह अनूठी उपलब्धि है. प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रुप में अपने पहले ही चुनाव में उन्होंने 300 से अधिक सीट दिलाने में राजग का नेतृत्व किया और भाजपा को (अपने बूते अब तक की सबसे अधिक) 283 सीट दिलाईं.
उन्होंने कहा, इस ऐतिहासिक सफलता के लिए मैं नरेंद्र मोदी को हार्दिक बधाई देता हूं. और अगर मैं उनके मंत्रिपरिषद के प्रदर्शन के बारे में भी कहूं तो मैं कहूंगा कि यह सफलता केवल नेता की ही नहीं बल्कि टीम मोदी की भी है. दिल्ली के पास हरियाणा के सूरजकुंड में पहली बार संसद पहुंचे सदस्यों को संबोधित करते हुए आडवाणी ने कहा, जैसा कि प्रधानमंत्री ने कहा है कि सरकार को खासतौर पर आर्थिक मोर्चे पर कुछ सख्त फैसले करने होंगे. हमें जनता को यह बताना होगा कि ऐसे निर्णय क्यों जरुरी हैं और वे कैसे देश तथा आम जनता को दीर्घकालिक लाभ पहुंचाएंगे.
उन्होंने कहा, कृपया इस बात को याद रखिए कि सरकार का चेहरा और आवाज केवल प्रधानमंत्री और उनके मंत्रिपरिषद के सदस्य नहीं होते. हममें से हरेक सरकार का प्रतिनिधित्व करता है क्योंकि अब हम सत्ताधारी दल के सांसद हैं. आडवाणी ने कहा कि ऐसे में हमें किसी भी तरह के कदाचार और विवाद से दूर रहना चाहिए. जितना भी हम इसमें सफल होंगे, उतना ही प्रधानमंत्री और उनकी सरकार को मजबूत करेंगे. उन्होंने कहा कि सांसदों की जिम्मेदारी बनती है कि विकास को जन-आंदोलन बनाने की प्रधानमंत्री की महत्वपूर्ण अपील को लागू करें.
उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री मोदी पिछले एक महीने से कह रहे हैं कि विकास को जन-आंदोलन बनाना चाहिए और मैं इससे काफी प्रभावित हूं। यह नया और प्रशंसनीय विचार है. भाजपा नेता ने कहा कि भारत के विकास की चुनौतियां कितनी व्यापक हैं कि उनका महज पारंपरिक तरीकों से मुकाबला नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि शासन के पारंपरिक तरीके में विकास कार्यों की चुनौतियों का मुकाबला करने में सरकारी मशीनरी और जनता के बीच संपर्क नहीं है. इसलिए उसके अपेक्षित परिणाम प्राप्त नहीं होते, जबकि सरकार उनके लिए बड़े पैमाने पर संसाधन उपलब्ध कराती है.
आडवाणी ने कहा, ऐसे में नरेंद्र मोदीजी का इस बात पर जोर देना सही है कि विकास को जन-आंदोलन बनाना चाहिए. उन्होंने कहा कि पेयजल, सिंचाई, बालिका शिक्षा, सार्वजनिक स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण और पवित्र गंगा को साफ करने जैसी महत्वाकांक्षी योजनाएं इस श्रेणी में आती हैं जिन्हें जन-आंदोलन बनाना चाहिए. आडवाणी ने कहा कि इन लक्ष्यों को भारत को अगले पांच से दस साल में प्राप्त कर लेना चाहिए.
उन्होंने कहा, मैं चाहूंगा कि प्रधानमंत्री जनता से अपील करें कि 2022 में भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाने से पहले हमारे देश का स्थान संयुक्त राष्ट्र मानव विकास सूचकांक में 50 से नीचे होना चाहिए जो अभी 134वां है. पहली बार चुनकर आये सांसदों से उन्होंने कहा कि वे अपने चुनाव क्षेत्रों के पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों से लगातार संपर्क में रहें.
उन्होंने कहा, मैं चाहता हूं कि आपमें से हरेक 2019 में भी सांसद चुनकर आये और इसके लिए जरुरी है कि आपलोग पार्टी संगठन और अपने पूरे समर्थन आधार से मजबूत रिश्ता बनाये रखें. आडवाणी ने कहा कि पहले दिन से ही सबको यह प्रण लेना चाहिए कि भाजपा सत्ता में कम से कम अगले दस साल तक बनी रहनी चाहिए. और इसके लिए सांसदों और कार्यकर्ताओं के बीच मजबूत रिश्ता बने रहना बहुत जरुरी है. इसके अलावा जनता की नजरों में भी अपने आप को आदर्श सांसद के रुप में स्थापित करें. यानी सांसदों तक उनके क्षेत्र की जनता की सुगम पहुंच बनी रहे.