शहीद हुए जवानों के घरवालों ने भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान में घुस कर की गयी कार्रवाई को उचित करार दिया, बोले- दर्द कम हुआ
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों के घरवालों ने भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान में घुस कर की गयी कार्रवाई को उचित करार दिया है. शहीद हुए जवानों के परिवार वालों ने भारतीय वायुसेना की कार्रवाई का स्वागत करते हुए कहा कि इससे बहुत सुकून मिला है लेकिन अब पाकिस्तान को ही खत्म किया जाना चाहिए. जल्द और सख्त एक्शन अमल में लाया जाये. कुछ लोग महबूबा मुफ्ती के बयान से खफा नजर आये और उन्हें सबक सिखाने की चेतावनी दी. वहीं, शहीदों की पिता और पत्नी का कहना है कि दर्द कुछ कम हुआ है, लेकिन कार्रवाई जारी रहनी चाहिए.
‘एक दिन अपना होगा कश्मीर, शहादत होगी कम’
मेरठ के बंसा टीकरी गांव के रहने वाले अजय कुमार पुलवामा में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गये थे. परिवार के लोग लगातार पाकिस्तान पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे. मंगलवार को जैसे ही शहीद के परिवार को मालूम चला कि वायुसेना ने कार्रवाई की है, उनमें संतोष दिखा. शहीद की पत्नी प्रियंका का कहना है कि मेरे पति शहीद हुए हैं इसका दर्द तो जिंदगी भर रहेगा लेकिन एयर स्ट्राइक के बाद कुछ कम जरूर हुआ है. अगर ऐसे ही कार्रवाई की जाती रहेगी तो एक दिन कश्मीर अपना होगा.
‘दूसरे बेटों ने मेरे लाल की शहादत का बदला ले लिया’
अजय की मां कमलेश ने कहा कि मुझे खुशी है कि मेरे दूसरे बेटों (सैनिकों) ने मेरे लाल की शहादत का बदला ले लिया. कश्मीर में पत्थरबाजों को भी गोली का निशाना बनाया जाना चाहिए. वहीं, शहीद अजय कुमार के पिता वीरपाल सिंह का कहना है कि वह खुद एक रिटायर्ड सैनिक हैं. पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर बहुत पहले ही हमला हो जाना चाहिएथा.
सरकार ने बहुत अच्छा कदम उठाया है. पाकिस्तान और कश्मीर से
आतंकवाद खत्म करने की ठोस पहल हो.
‘सेना हमला जारी रखे, हमसे ज्यादा पाकिस्तान का नुकसान हो’
शामली जिले के शहीद प्रदीप कुमार के बेटे सिद्धार्थ का कहना है कि आतंकवाद खत्म करने के लिए ठोस पहल की जानी चाहिए. पाकिस्तान पर कड़ा एक्शन हो. शहीद की पत्नी शर्मिष्ठा देवी बोलीं कि सेना हमला जारी रखे.
जितना नुकसान हमारे जवानों का हो रहा है, उससे कही ज्यादा नुकसान उनका होना चाहिए. वहीं, पिता जगदीश वायुसेना के हमले को सही बताते हैं. उन्होंने कहा कि सीधा हमला कर पाकिस्तान को खत्म कर देना चाहिए. शामली के ही दूसरे शहीद अमित कुमार के भाई प्रमोद कुमार सेना के हमले से संतुष्ट हैं.
‘कलेजे को थोड़ी राहत मिली, अब चैन से मर सकूंगी’
पुलवामा हमले में शहीद जवानों में एक बहादुर बेटा चंदौली जिले के बहादुरपुर गांव का अवधेश यादव था. शहीद अवधेश यादव की मां मालती देवी ने कहा कि जवान बेटे को खोने को दुख सबसे बड़ा दुख होता है.
हमारे बेटे को जिन आतंकियों ने छीना था, मोदी सरकार ने उनका सफाया करके कलेजे को थोड़ी राहत दी है, अब चैन से मर सकूंगी. शहीद की पत्नी शिल्पी यादव के मुंह से शब्द नहीं निकल रहे थे. वह सिर्फ यही बोलीं कि दुनियाभर के आतंकियों को खत्म करना चाहिए ताकि हमारे जैसे किसी और बहन की मांग सूनी न हो.