आधी रात से एक्शन में था एयरफोर्स एक दिन पहले से थी तैयारी, पीएम ने पूरी रात नहीं ली झपकी, ऑपरेशन खत्म होने के बाद हिले
पाक ने खुद दी हमले की जानकारी, रेडियो पाकिस्तान ने कहा- भारतीय विमान जल्दबाजी में लौटे भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल एयर स्ट्राइक करके पुलवामा हमले का बदला ले लिया है. एयरफोर्स के मिराज 2000 विमानों ने मंगलवार तड़के 3.30 बजे सीमा पार कर पीओके में बड़ी कार्रवाई की और आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद […]
पाक ने खुद दी हमले की जानकारी, रेडियो पाकिस्तान ने कहा- भारतीय विमान जल्दबाजी में लौटे
भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल एयर स्ट्राइक करके पुलवामा हमले का बदला ले लिया है. एयरफोर्स के मिराज 2000 विमानों ने मंगलवार तड़के 3.30 बजे सीमा पार कर पीओके में बड़ी कार्रवाई की और आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कई ठिकानों को तबाह कर दिया. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान पर बम बरसाने के लिए मिराज को एक दिन पहले ही तैयार रहने के लिए कह दिया गया था. पूरा ऑपरेशन इतना गोपनीय था कि बेस कैंप के अफसरों को भी इसकी कानों-कान खबर नहीं थी कि क्या होने वाला है. ऑपरेशन की मॉनिटरिंग एनएसए अजीत डोभाल कर रहे थे.
सुबह 3.30 बजे 12 मिराज विमान ने ग्वालियर एयरबेस से उड़ान भरी. ग्वालियर को चुने जाने का कारण यह बताया जा रहा है कि पाकिस्तान को इस बात का अंदाजा था कि भारतीय वायुसेना हमला कर सकती है, इसलिए सरप्राइज एलिमेंट के लिए फॉरवर्ड पोस्ट के बजाय कार्रवाई के लिए ग्वालियर एयरबेस को चुना गया.
दो और विमान को निगरानी के लिए पीओके के करीब उड़ाया गया, ताकि पाकिस्तान की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके. 3.35 में मिराज ने एलओसी को पार कर लिया. 3.45 में बालाकोट में सेना ने आक्रमण किया. मुजफ्फराबाद में सुबह 3.48 बजे से 3.55 बजे तक और चकोटी में सुबह 3.58 बजे से 4.04 बजे तक स्ट्राइक की गयी. कुल 21 मिनट तक एयरफोर्स की ये सर्जिकल स्ट्राइक चली, इसमें जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैएबा, हिजबुल मुजाहिद्दीन के कैंप तबाह हो गये.
बालाकोट में हुए हमले की जानकारी खुद पाकिस्तान की ओर से दी गयी. पाकिस्तान इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस के महानिदेशक आसिफ गफूर ने सुबह ट्वीट कर कहा कि भारतीय वायु सेना ने नियंत्रण रेखा का उल्लंघन किया. पाकिस्तान वायु सेना ने तुरंत कार्रवाई की. भारतीय विमान वापस चले गये. वहीं रेडियो पाकिस्तान ने दावा किया कि वायुसेना के विमानों ने लौटने से पहले जल्दबाजी में विमान में रखे बम गिरा दिये जो खैबर पख्तूनख्वा में बालाकोट के पास गिरे हैं.
20-21 फरवरी को की गयी टारगेट की पहचान
12 दिन बाद 12 विमानों से बदला
मोदी की निगरानी में एक्शन
पीएम मोदी खुद एक्शन रूम में थे मौजूद
रक्षा मंत्री को हमले के कई सारे विकल्प दिये गये थे
एयर चीफ मार्शल ने बनाया सर्जिकल स्ट्राइक का प्लान
पूरा ऑपरेशन था गोपनीय, बेस कैंप के अफसरों को भी इसकी कानों-कान खबर नहीं थी कि क्या होने वाला है
आधी रात होते-होते ग्वालियर एयरबेस पर बढ़ी हलचल
सुबह 3.30 बजे 12 मिराज 2000 ने ग्वालियर एयरबेस से भरी उड़ान
भटिंडा से एक फ्यूल टैंक वाला विमान भी उड़ा, ताकि फ्यूल खत्म होने पर फ्यूल डाला जा सके
दो और विमानों को पीओके के करीब उड़ाया गया, ताकि पाक की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके
सुबह 3.35 बजे मिराज ने एलओसी को पार किया
पूरा ऑपरेशन 4.04 बजे सुबह तक चला
पीएम ने पूरी रात नहीं ली झपकी, ऑपरेशन खत्म कर ही अपनी जगह से हिले
जब वायुसेना के विमान तड़के पाक की जमीन पर मौजूद जैश के आतंकी ठिकानों को निशाना बना रहे थे, उस वक्त पीएम मोदी रात भर जगकर पूरी अभियान पर नजर रखे हुए थे. तभी आराम करने गये, जब सभी विमान और पायलट सुरक्षित लौट आये. उन्होंने पूरी रात झपकी तक नहीं ली.
सोमवार रात से लगातार व्यस्त रहे मोदी
सोमवार की रात
08.00 : एक टेलीविजन चैनल के कार्यक्रम में हिस्सा लिया
09.15 : अपने घर के लिए रवाना हुए
09.25 : सात लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पहुंचे, हल्का खाना खाया और अभियान से जुड़ गये. इनमें आतंकी कैंप पर हवाई हमले की तैयारियों का लेखा-जोखा शामिल. अभियान के दौरान प्रधानमंत्री और उसके बाद रक्षा मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ के साथ संपर्क में थे.
मंगलवार सुबह
04.30 : मोदी ने अधिकारियों से इस हवाई हमले में शामिल सभी पायलटों की कुशलता की जानकारी ली. जब यह स्पष्ट हो गया कि सभी सुरक्षित हैं तब प्रधानमंत्री वहां से अलग हुए और दूसरे मामलों पर अपना ध्यान लगाया.
04.40 : अभियान में शामिल लोगों को बधाई देने के बाद अपनी नियमित दिनचर्या में व्यस्त
10.00 : मंत्रिमंडल की सुरक्षा मामलों की समिति की बैठक हुई प्रधानमंत्री आवास पर
राष्ट्रपति भवन में गांधी शांति अवॉर्ड में 12 बजे शामिल हुए
करीब 1: 30 बजे चुरू में एक जनसभा को संबोधित किया
चुरू से लौट कर नयी दिल्ली के इस्कॉन मंदिर के एक कार्यक्रम में शामिल हुए, 800 किलो की भगवद्गीता का विमोचन किया