राहुल गांधी के साथ बैठक के बाद बोली शीला दीक्षित, आप के साथ नहीं होगा गठबंधन
नयी दिल्ली : आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बड़े नेताओं की बैठक बुलायी थी, जिसके बाद ऐसे कयास लगाये जा रहे थे कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन होगा. लेकिन बैठक के बाद दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा कि कांग्रेस आप के साथ […]
नयी दिल्ली : आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बड़े नेताओं की बैठक बुलायी थी, जिसके बाद ऐसे कयास लगाये जा रहे थे कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन होगा. लेकिन बैठक के बाद दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा कि कांग्रेस आप के साथ कोई गठबंधन नहीं कर रही है.दोनों पार्टियों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर कोई बातचीत नहीं हो रही है.
Delhi Congress Chief Sheila Dikshit: A unanimous decision has been taken that there will be no alliance in Delhi pic.twitter.com/nnmhnthY6g
— ANI (@ANI) March 5, 2019
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार दोपहर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष शीला दीक्षित तथा राज्य इकाई के दूसरे वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की.इस बैठक में शामिल तकरीबन सभी नेताओं ने आप के साथ तालमेल नहीं करने की राय जाहिर की.सूत्रों के मुताबिक बैठक में गांधी ने कहा कि पार्टी बहुमत की राय के साथ जाएगी.यानी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी.बाद में शीला दीक्षित ने कहा कि पार्टी दिल्ली में आम आदमी पार्टी से गठबंधन नहीं करेगी और नेताओं ने सर्वसम्मति से यह फैसला किया है.
बैठक में शामिल रहे डीपीसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया ने कहा, "हमने राहुल जी को अपनी राय से अवगत कराया और उन्होंने कहा कि जो आप लोग चाहते हैं, वही मैं चाहता हूं,” उन्होंने कहा, ”हम कभी भी आप के साथ गठबंधन नहीं चाहते थे.ये सब मीडिया में अटकलें चल रही थीं.हमारी ओर से कोई बात नहीं हुई थी,” सूत्रों का कहना है कि पार्टी के दिल्ली प्रभारी पीसी चाको आप के साथ गठबंधन के पक्ष में थे, लेकिन प्रदेश इकाई के अधिकतर वरिष्ठ नेताओं ने अकेले चुनाव लड़ने की बात की.
चाको का कहना था कि पार्टी को फिलहाल भाजपा एवं नरेंद्र मोदी को हराने की रणनीति पर आगे बढ़ना चाहिए और राष्ट्रीय राजधानी में केजरीवाल की पार्टी के साथ जाना चाहिए.राहुल गांधी के साथ बैठक में शीला दीक्षित, पीसी चाको, पूर्व पीसीसी अध्यक्ष जेपी अग्रवाल, सुभाष चोपड़ा, अरविंदर सिंह लवली, अजय माकन तथा मौजूदा कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया और हारून यूसुफ शामिल रहे एवं कुछ अन्य वरिष्ठ नेता शामिल रहे.