स्वच्छता सर्वेक्षण 2019: इंदौर तीसरी बार अव्वल, बेस्ट परफॉर्मिंग स्टेट के रूप में झारखंड को दूसरा स्थान
नयी दिल्ली/रांची : भारत सरकार की ओर से स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 के आधार पर देश के सबसे स्वच्छ और साफ शहरों के नाम का एलान बुधवार को राष्ट्रपति भवन में किया गया. सबसे स्वच्छ शहर के खिताब पर एक बार फिर इंदौर ने कब्जा किया है और भोपाल सबसे स्वच्छ राजधानी वर्ग में पहले स्थान […]
नयी दिल्ली/रांची : भारत सरकार की ओर से स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 के आधार पर देश के सबसे स्वच्छ और साफ शहरों के नाम का एलान बुधवार को राष्ट्रपति भवन में किया गया. सबसे स्वच्छ शहर के खिताब पर एक बार फिर इंदौर ने कब्जा किया है और भोपाल सबसे स्वच्छ राजधानी वर्ग में पहले स्थान पर रहा. स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में धनबाद को 56 वां रैंक मिला है. यहां चर्चा कर दें कि देशभर में 4237 शहर में स्वच्छता सर्वेक्षण कराया गया था.
बेस्ट परफॉर्मिंग स्टेट के रूप में झारखंड को दूसरा स्थान मिला है. राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने मंत्री सीपी सिंह को राजधानी दिल्ली में आयोजित समारोह में सम्मानित किया है. इस सर्वे में छत्तीसगढ़ को बेस्ट परफॉर्मेंस स्टेट अवार्ड से नवाजने का काम सरकार ने किया है. 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों में अहमदाबाद और पांच लाख से कम आबादी वाले शहरों में उज्जैन पहले स्थान पर रहे. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार को एक कार्यक्रम में ‘द स्वच्छ सर्वेक्षण अवार्ड’ 2019 प्रदान किया. नयी दिल्ली नगर पालिका परिषद क्षेत्र को ‘सबसे स्वच्छ छोटा शहर’ घोषित किया गया. उत्तराखंड के गौचर को ‘सर्वश्रेष्ठ गंगा शहर’ घोषित किया गया. गौर हो कि केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों का मंत्रालय ये पुरस्कार प्रदान करता है.
केंद्रीय आवास मंत्री हरदीप पुरी ने इस अवसर पर इंदौर को बधाई देते हुए कहा,‘‘बेहद शानदार! लगातार तीसरे साल इंदौर भारत का सर्वाधिक स्वच्छ शहर बना. स्वच्छ भारत को जन आंदोलन बनाने के लिए इंदौर के स्वच्छाग्राहियों को उनकी बेजोड़ लगन और भागीदारी के लिए बधाई.’
शहरों को सात वर्गों में सरकार ने पुरस्कार दिया है.
सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार : इंदौर
सबसे स्वच्छ राजधानी का पुरस्कार : भोपाल
सबसे स्वच्छ बड़ा शहर का पुरस्कार : अहमदाबाद (10 लाख से ज्यादा आबादी वाला)
सबसे स्वच्छ मध्यम आबादी वाला शहर का पुरस्कार : उज्जैन (3 -10 लाख की आबादी)
सबसे स्वच्छ छोटा शहर का पुरस्कार : एनडीएमसी दिल्ली (3 लाख से कम आबादी)
सबसे स्वच्छ कैंटोनमेंट का पुरस्कार : दिल्ली कैंट
सबसे स्वच्छ गंगा टाउन का पुरस्कार : गौचर, उत्तराखंड