-रजनीश आनंद-
सुनंदा पुष्कर एक बिंदास आत्मनिर्भर महिला, जिसकी लाश इसी वर्ष 17 जनवरी को दिल्ली के एक पांच सितारा होटल से बरामद की गयी थी. लाश का पोस्टमार्टम करने वाले एम्स के फोरेंसिक विभाग के प्रमुख डॉ सुधीर गुप्ता का कहना है कि उनपर पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदलने के लिए दबाव बनाया गया था. चूंकि सुनंदा पुष्कर तत्कालीन केंद्रीय मंत्री शशि थरूर की पत्नी थीं, इसलिए डॉ गुप्ता के इस खुलासे के बाद देश में राजनीति तेज हो गयी है.
सुनंदा पुष्कर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के साथ हुई थी छेड़छाड़,डॉ गुप्ता पर बनाया गया था दबाव!
भाजपा ने हत्या की आशंका जतायी है और जांच की मांग की है. स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्द्धन ने एम्स के निदेशक से इस संबंध में जानकारी मांगी है. भाजपा नेता सुब्रह्मणयम स्वामी ने ट्वीट किया है कि सुनंदा पुष्कर को जबरन जहर दिया गया है, उनके शरीर पर जोर-जबर्दस्ती करने के निशान मौजूद हैं,उनकी मौत रशियन जहर के कारण हुई थी. स्वामी का कहना है कि सुनंदा की मौत की जांच कराने के लिए वे जनहित याचिका भी दायर करेंगे. स्वामी ने 28 जून को यह ट्वीट किया था.
https://twitter.com/Narendramodi_G/statuses/484202645716877312
संदेहास्पद स्थिति में मिली थी सुनंदा की लाश
कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे शशि थरूर अपनी बेबाकी के लिए जाने जाते हैं. जब उन्होंने सुनंदा पुष्कर से शादी की थी, तो काफी चर्चाएं हुईं थीं, क्योंकि भारतीय राजनीति में इस तरह की बिंदास जीवनशैली किसी नेता की नहीं रही है. शशि और सुनंदा जब विवाह के बंधन में बंधे तो वह शादी दोनों की तीसरी शादी थी. लेकिन उनका प्रेम देख कर ऐसा मालूम होता था, मानो दोनों टीनएजर कपल हों. कई बार वे समारोहों और कार्यक्रमों में रोमांटिक अंदाज में दिखे थे. लेकिन अचानक इस दंपती के रिश्तों में दरार आ गयी थी और सुनंदा घर छोड़कर होटल में रहने चली गयीं थीं. ट्विटर एकाउंट के जरिये इस बात का पता चलता है कि शशि थरूर का एक पाकिस्तानी महिला पत्रकार मेहर तरार के साथ रोमांस चल रहा था, जिसके कारण सुनंदा नाराज थीं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह बताया गया था कि नींद की दवा (एल्फ्राजोलेम) का अत्यधिक सेवन करने के कारण उनकी मौत हुई. चूंकि सुनंदा, शशि और मेहर तरार के संबंधों को लेकर तनाव में थीं, इसलिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद यह कयास लगाये गये कि संभवत: तनाव में ही उन्होंने नींद की दवा ज्यादा खा ली होगी, जिसके कारण उनकी मौत हो गयी.
आखिर क्यों चुप है सुनंदा का परिवार
सुनंदा पुष्कर की मौत जिन परिस्थितियों में हुई, उसमें हत्या की आशंका का जन्म लेना स्वाभाविक था. लेकिन उनके पति शशि थरूर और पुत्र ने भी कोई आशंका नहीं जतायी और जांच की मांग भी नहीं की. अब जबकि पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर ने रिपोर्ट बदलने के लिए दबाव बनाने की बात कही है, बावजूद इसके सुनंदा के पति और पुत्र दोनों चुप हैं. पत्रकार मधु किश्वर ने ट्वीट करके इस मामले पर आश्चर्य भी जताया है कि आखिर उनका परिवार क्यों चुप है.?
Wonder why Sunanda Pushkar family, including son, did not raise hell though her death very suspicious by all counts.
— Madhu Purnima Kishwar (@madhukishwar) July 2, 2014
क्या सुब्रह्मणयम स्वामी के आरोप सही हैं
सुब्रह्मणयम स्वामी देश में ऐसे नेता के रूप में जाने जाते हैं, जो जनहित याचिका दायर करते हैं. सोनिया गांधी और राहुल गांधी से उनका विरोध जगजाहिर है. नेशनल हेराल्ड मामले में भी उन्होंने ही पीआईएल दाखिल किया था. लेकिन यहां सवाल यह है कि अगर स्वामी के आरोप गलत हैं, तो थरूर खुलकर क्यों नहीं बोल रहे और उनके खिलाफ मानहानि का केस क्यों नहीं दर्ज करा रहे हैं.
फंस सकते हैं शशि थरूर
आज दिल्ली के पुलिस कमिश्नर ने इस मामले में गृहमंत्री से भेंट की है और कहा है कि अगर जरूरत पड़ी, तो डॉ गुप्ता से इस मामले में पूछताछ की जा सकती है. चूंकि सुनंदा की मौत के वक्त उसके संबंध शशि थरूर से तनावपूर्ण थे , इसलिए संभव है कि अगर इस मामले की जांच शुरू हुई, तो वे जांच के दायरे में आ जायेंगे.