नयी दिल्ली : केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने खूंखार आतंकवादी और 2008 के मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज मोहम्मद सईद को ‘‘हाफिज जी” कह कर संबोधित करने पर सफाई देते हुए मंगलवार को कहा कि उनका एक साल पुराना बयान महज एक ‘‘व्यंग्य” था और इसे वीडियो के पूरे संदर्भ में देखना चाहिए, जिसमें उन्होंने आतंकवादियों की कड़ी निंदा की थी.
दरअसल, कांग्रेस ने प्रसाद का एक वीडियो सार्वजनिक किया है जिसमें वह हाफिज सईद को ‘‘हाफिज जी” कहते हुए नजर आ रहे हैं.
गौरतलब है कि सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कंधार कांड के दौरान जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को रिहा करने के तत्कालीन भाजपा सरकार के फैसले और इसमें मौजूदा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल की भूमिका को लेकर तंज कसते हुए जैश प्रमुख को ‘मसूद अजहर जी’ कहा था, जिस पर भाजपा ने उन्हें आड़े हाथ लिया था.
टाइम्स नेटवर्क के एक कार्यक्रम में प्रसाद ने कहा, ‘‘आपको मेरा एक साल पुराना वीडियो उसकी संपूर्णता में दिखाना होगा. उस दिन हमने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में हाफिज सईद का पर्दाफाश किया था और उस आतंकवादी एवं हत्यारे का वीडियो दिखाया था. मैंने व्यंग में वह बात कही थी. मैं कहता हूं कि वे लोग हत्यारे और आतंकवादी हैं एवं हम उनका पर्दाफाश करते रहेंगे. यह एक तरह का कटाक्ष था.”
यह पूछे जाने पर कि यदि उनका बयान ‘व्यंग्य’ था तो राहुल का बयान भाजपा के हमले का मुद्दा क्यों बन गया, इस पर प्रसाद ने कहा कि उनके बयान को संपूर्णता में देखा जाना चाहिए. केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘मैं करबद्ध विनती करूंगा…कृपया उस दिन की मेरी पूरी प्रेस कांफ्रेंस दिखाएं….फिर आप देखेंगे कि मैं आतंकवादियों के खिलाफ कितना आक्रामक था.”
सोमवार को प्रसाद ने भी मसूद अजहर को ‘मसूद अजहर जी’ कहने को लेकर राहुल की आलोचना की थी.