नयी दिल्ली : लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान पिछले रविवार को किया जा चुका है जिसके बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का पहला इंटरव्यू सामने आया है. इस इंटरव्यू में उन्होंने कई मुद्दों पर बात की और चुनाव में जीत का भरोसा जताया. अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में शाह ने कहा कि गठबंधन करने वाले खुद ही डरे सहमे हुए हैं. ऐसा न होता तो वे लोग आखिर एक-दूसरे के साथ क्यों आते ?
शाह ने इंटरव्यू में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को देश के लिए जरूरी बताया और कहा कि भाजपा की बहुमत की सरकार ही राष्ट्रीय सुरक्षा मजबूत रख सकती है. सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश में तीन दलों से मुकाबले को लेकर अमित शाह ने तंज कसा और कहा कि तीन नहीं, दो…एक पार्टी की लोकसभा में शून्य सीटें थीं जबकि दूसरी की 5 और तीसरी की मात्र 2 सीटें.
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि इससे पहले भी जब कांग्रेस और एसपी का गंठबंधन हुआ था तो कहा जा रहा था कि इन्हें हराना मुश्किल है. परिणाम आया तो प्रदेश में आजादी के बाद भाजपा को सबसे ज्यादा सीटें मिलीं. शाह ने कहा कि भाजपा का संगठन अटूट है. यही नहीं पीएम मोदी की लोकप्रियता 2014 के मुकाबले कई गुना बढ़ चुकी है.
उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में विकास का कार्य अग्रसर है, यहां पिछली बार भाजपा को 73 सीटें मिलीं थीं, इस पर यह आंकड़ा 74 तक जाएगा लेकिन 72 नहीं होगा. इंटरव्यू के दौरान शाह ने एयर स्ट्राइक पर भी बात की और इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने के आरोपों का जवाब भी दिया.
आतंकी हमले का इससे पहले जवाब दिये जाने का कब राजनीतिकरण हुआ है? एयर स्ट्राइक से पाक के बालाकोट में 250 आतंकियों के ढेर होने के आंकड़ा आखिर कहां से आया? इस सवाल का जवाब देते हुए शाह ने कहा कि इसकी जानकारी आप तमाम स्रोतों के माध्यम से जान सकते हैं. विभिन्न स्तरों पर इस संबंध में चर्चा हो रही है. उन्होंने कहा कि मैं सरकार का हिस्सा नहीं हूं. जो आम चर्चा हो रही है उसी के आधार पर मैंने यह आंकड़ा दिया. आगे भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पाकिस्तानी मीडिया की प्रतिक्रिया, वहां की संसद में जारी घमासान और भारत में 20 से ज्यादा पाकिस्तानी विमानों की घुसपैठ इस ओर इशारा करती है कि उन्हें भारी नुकसान हुआ है.