व्यापमं घोटाले पर स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा की तैयारी में नजर नहीं आया विपक्ष
भोपाल: मध्यप्रदेश विधानसभा में आज उस समय विचित्र दृश्य उपस्थित हुआ जब व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) द्वारा विभिन्न सरकारी नौकरियों में भर्ती और व्यावसायिक शिक्षा प्रवेश परीक्षा में हुए कथित घोटाले पर चर्चा कराने की अपनी मांग के मंजूर होने के बाद विपक्षी सदस्य इसके लिए तैयार नहीं दिखे. राज्य विधानसभा में आज विपक्ष के […]
भोपाल: मध्यप्रदेश विधानसभा में आज उस समय विचित्र दृश्य उपस्थित हुआ जब व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) द्वारा विभिन्न सरकारी नौकरियों में भर्ती और व्यावसायिक शिक्षा प्रवेश परीक्षा में हुए कथित घोटाले पर चर्चा कराने की अपनी मांग के मंजूर होने के बाद विपक्षी सदस्य इसके लिए तैयार नहीं दिखे.
राज्य विधानसभा में आज विपक्ष के नेता सत्यदेव कटारे ने व्यापमं घोटाले के संबंध में स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कराने की मांग उठाई. सदन में मौजूद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जब इसपर सहमति जताई और अध्यक्ष डॉ. सीताशरण शर्मा ने प्रस्ताव पर बहस मंजूर कर ली, तो विपक्ष इस पर अचानक चर्चा करने की तैयारी में नजर नहीं आया.
मुख्यमंत्री चौहान ने चर्चा कराने पर सहमत होते हुए कहा कि सत्ता पक्ष बहस के लिए तैयार है, क्योंकि इस मामले में विपक्ष पिछले कई दिनों से आरोप लगा रहा है और इससे भ्रम का वातावरण बन गया है. मुख्यमंत्री द्वारा स्थगन प्रस्ताव पर बहस को सहमति देते ही अध्यक्ष डॉ. शर्मा ने प्रस्ताव पढकर सुनाया और उसे बहस के लिए मंजूर कर लिया, लेकिन विपक्ष के नेता कटारे एवं अन्य सदस्य प्रश्नकाल चलाने को लेकर तर्क देते रहे.
सत्ता पक्ष के अनेक सदस्यों ने कहा कि जब विपक्ष खुद चर्चा की मांग कर रहा था और उसे मुख्यमंत्री एवं अध्यक्ष ने मंजूर कर लिया, तो अब वह उससे भागने की फिराक में है. उन्होंने कहा कि लगता है कि चर्चा को लेकर विपक्ष तैयार ही नहीं है.