नयी दिल्ली : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बृहस्पतिवार को वीरता और अदम्य साहस का प्रदर्शन करने के लिए सशस्त्र बलों के कर्मियों को तीन कीर्ति चक्र और 15 शौर्य चक्र के साथ कई अन्य सेवा पदक प्रदान किये. इस दौरान सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत को परम विशिष्ट सेवा पदक (पीवीएसएम) से सम्मानित किया गया.
राजपूत रेजीमेंट के सिपाही ब्रह्म पाल सिंह और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कांस्टेबल राजेंद्र कुमार नैन को मरणोपरांत कीर्ति चक्र प्रदान किये गये. सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति ने रवींद्र धनवडे को मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया. उनके परिजनों ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में पुरस्कार ग्रहण किये. इन तीनों ने आतंक रोधी अभियानों में प्राणों का बलिदान दिया. रावत के अलावा, तीन सशस्त्र बलों के 14 वरिष्ठ अधिकारियों को परम विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया जिसमें सेना की पूर्वी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मनोज नरावणे, सैन्य बल चिकित्सा कोर के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन पुरी, पश्चिमी वायु कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ एयर मार्शल रघुनाथ नाम्बियार सहित अन्य शामिल हैं.
परम विशिष्ट सेवा पदक अत्यंत उत्कृष्ट सेवा के लिए अधिकारियों को दिया जाता है. लेफ्टिनेंट जनरल सरनजीत सिंह को ‘उत्तम युद्ध सेवा पदक’ से सम्मानित किया गया, जबकि तीन सैन्य बलों के 25 शीर्ष अधिकारियों को ‘अति विशिष्ट सेवा पदक’ प्रदान किये गये.