क्राइस्टचर्च हमला: मारे गए इंजीनियर के परिजन को न्यूजीलैंड में ऐसी घटना होने का यकीन नहीं
क्राइस्टचर्च/हैदराबाद : पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर फरहाज अहसन (30) बीते शुक्रवार को जब जुमे की नमाज के लिए क्राइस्टचर्च स्थित अपने घर से निकले थे तो उनके परिजन को जरा भी अंदाजा नहीं था कि वे उन्हें आखिरी बार देख रहे हैं. फरहाज क्राइस्टचर्च में अपनी पत्नी इंशा अजीज, तीन साल की एक बेटी और […]
क्राइस्टचर्च/हैदराबाद : पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर फरहाज अहसन (30) बीते शुक्रवार को जब जुमे की नमाज के लिए क्राइस्टचर्च स्थित अपने घर से निकले थे तो उनके परिजन को जरा भी अंदाजा नहीं था कि वे उन्हें आखिरी बार देख रहे हैं. फरहाज क्राइस्टचर्च में अपनी पत्नी इंशा अजीज, तीन साल की एक बेटी और सात महीने के एक बेटे के साथ रहते थे. फरहाज पिछले दिनों न्यूजीलैंड की दो मस्जिदों पर हुए आतंकवादी हमले में मारे गए आठ भारतीयों या भारतीय मूल के व्यक्तियों में शामिल थे. इन हमलों में 50 लोगों की मौत हो गई.
कुछ साल पहले हैदराबाद से जाकर न्यूजीलैंड में बस चुके फरहाज के माता-पिता हैदराबाद में रहते हैं. भारतीय उच्चायोग ने रविवार को कहा कि 28 साल के एक युवक की ओर से किए गए हमले में पांच भारतीय मारे गए.
जान गंवाने वाले भारतीयों की पहचान महबूब खोखर, रमीज वोरा, आसिफ वोरा, अंशी अलीबावा और उजैर कादिर के रूप में की गई है. एक आपातकालीन नंबर के जरिए जब न्यूजीलैंड में भारतीय वाणिज्य दूतावास के एक अधिकारी से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि हमले के तुरंत बाद फरहाज को ‘लापता’ लोगों की सूची में रखा गया. उन्होंने कहा कि फरहाज अब भारतीय नागरिक नहीं थे.
अधिकारी ने कहा, ‘फरहाज के पास पहले भारतीय पासपोर्ट था.’ क्राइस्टचर्च में बसने से पहले फरहाज ने 2010 में यूनिवर्सिटी ऑफ ऑकलैंड से मास्टर डिग्री ली थी. क्राइस्टचर्च स्थित घर में फरहाज की पत्नी की मदद के लिए आगे आए उनके दोस्तों ने कहा कि इंशा यह मानने के लिए तैयार नहीं हैं कि मस्जिद में मारे गए लोगों में उनके पति भी शामिल हैं.
फरहाज के भाई काशिफ ने बीबीसी को बताया कि न्यूजीलैंड के अधिकारियों ने उनके परिवार को फरहाज की मौत के बारे में बता दिया था. उनके पिता सईदुद्दीन ने बीबीसी तेलुगु को बताया, ‘किसी ने कल्पना नहीं की थी कि न्यूजीलैंड, जो एक शांतिप्रिय देश है, में ऐसी स्थिति हो जाएगी.’
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार की रात ट्वीट किया था कि फरहाज की मौत हो गई है. भारतीय मूल के मूसा वली सुलेमान पटेल (60) की भी लिनवुड मस्जिद में हुए हमले में मौत हो गई. पटेल फिजी मुस्लिम लीग के नेता थे. वह अपनी पत्नी के साथ क्राइस्टचर्च घूमने गए थे. भारतीय मूल के मोहम्मद इमरान खान (47) भी इस हमले में मारे गए. वह क्राइस्टचर्च में दो रेस्तरां के संचालक थे.