भारतीय नर्सों को तिकरित से मोसुल ले गये ISIS के आतंकी

-प्रभात खबर डॉट कॉम-* सभी नर्सों को चरमपंथी तिकरित से मोसुल ले गये बगदाद/तिकरित : तिकरित स्थित उस अस्पताल को आइएसआइएस के आतंकियों ने बम से उड़ा दिया, जिसके बेसमेंट में 46 भारतीय नर्सें फंसी हुई हैं. इसमें पांच भारतीय नर्सों के घायल होने की खबर है. यह जानकारी परिजनों के हवाले से एक अंगरेजी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 3, 2014 5:04 PM

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* सभी नर्सों को चरमपंथी तिकरित से मोसुल ले गये

बगदाद/तिकरित : तिकरित स्थित उस अस्पताल को आइएसआइएस के आतंकियों ने बम से उड़ा दिया, जिसके बेसमेंट में 46 भारतीय नर्सें फंसी हुई हैं. इसमें पांच भारतीय नर्सों के घायल होने की खबर है. यह जानकारी परिजनों के हवाले से एक अंगरेजी अखबार ने दी है. सभी नर्सें केरल की रहनेवाली हैं. ये पिछले दो सप्ताह से अस्पताल के बेसमेंट में फंसी हुई थीं. इसके बाद सभी नर्सों को चरमपंथी तिकरित से मोसुल ले गये.

मोसुल में एक पुरानी इमारत में हैं भारतीय नर्सें

इधर, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने कहा कि सभी 46 नर्सें सुरक्षित हैं. इन नर्सों को अज्ञात गंतव्य ले जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि अपनी सुरक्षा के चलते वे (नर्सें) स्वयं जा रही हैं, क्योंकि संघर्षरत क्षेत्र में खुद की मर्जी नहीं चलती. यह कह कर उन्होंने संकेत दिया कि वे बंधक बना ली गयी हैं और दबाव के तहत हैं.

उन्होंने कहा, इस स्थिति को देखते हुए इराकी सरकार का नियंत्रण नहीं होने तथा मानवीय समूहों के नर्सों तक पंहुच नहीं बनने के चलते मंत्रालय ने केरल के मुख्यमंत्री और अन्य संबंधित लोगों से विचार-विमर्श करके नर्सों को सलाह दी है कि उन्हें जैसा कहा जा रहा है वैसा करें.

उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए प्रिय स्थिति नहीं है. यह कठिन परिस्थिति है. भारतीय अधिकारी लगातार उनसे संपर्क में हैं. उन्होंने कहा कि मोसुल में जिन 39 भारतीयों को बंधक बना कर रखा गया है, उन्हें कोई नुकसान नहीं हुआ है. सभी सुरक्षित हैं. इराक के अन्य शहरों में फंसे भारतीयों ने इराक छोड़ने की जानकारी दी है. उन्हें शीघ्र ही निकाल लिया जायेगा. इधर, चरमपंथियों ने 30 तुर्की ट्रक ड्राइवरों को रिहा कर दिया है, जिन्हें इराक में बंधक बनाया गया था.

* सरकार करे कोई उपाय: जोसेफ

सोना जोसेफ नाम की एक नर्स ने अंगरेजी अखबार को बताया कि हम आतंकियों के कदमों का विरोध कर रही थी, लेकिन इन लड़ाकों का लहजा बदला हुआ है. हमारे पास उनकी आज्ञा मानने के अलावा को दूसरा विकल्प नहीं है. जोसेफ ने इसके लिए भारत सरकार को दोषी ठहराया. कहा, हमारी सभी उम्मीदें खत्म हो गयी हैं. भारत सरकार हम लोगों को निकालने पर शीघ्र ही किसी विकल्प पर विचार करे.

* चरमपंथियों की मददगार अमेरिकी महिला गिरफ्तार

आइएसआइएस को आर्थिक एवं अन्य तरह की मदद करने और अमेरिका के खिलाफ षड्यंत्र रचने के आरोप में अमेरिकी महिला मौरीन कोनली को अमेरिका के डेनवेर शहर से गिरफ्तार किया गया है. कोलोराडो की कोर्ट में दायर मामले के अनुसार, मौरीन ने आइएसआइएस के सहयोगी वाइएम से 2013 में बातचीत हुई थी. इसके बाद दोनों संपर्क बना रहे हैं. महिला की तुर्की के रास्ते सीरिया जाकर वाइएम से मिलने की योजना थी.

* इधर, परिजन चिंतित

कोट्टायम. तिकरित में फंसी केरल की नर्सों के अपने अस्पताल से चले जाने की खबरों से उनके रिश्तेदार चिंतित हैं. हालांकि, अधिकारियों ने उनके सुरक्षित होने का आश्वासन दिया है. उनमें से एक के पिता ने कहा कि उनकी बेटी ने गुरुवार दोपहर उन्हें फोन किया और उनको बताया कि उसे और अन्य नर्सों को विद्रोहियों के एक वाहन से ले जाया जा रहा है. उन्होंने अपनी बेटी की सुरक्षा के खतरे का हवाला देते हुए पहचान उजागर करने से इनकार किया. उन्हें संदेह है कि उन्हें विद्रोहियों के वाहन में ले जाया जा रहा है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा

* तिकरित में फंसी सभी नर्सें सुरक्षित

* संघर्षरत क्षेत्र में अपनी मर्जी नहीं चलती

* उन्हें जैसा कहा जा रहा है, वैसा करें

* हमारे लिए कठिन परिस्थित

* 39 अगवा भारतीय भी सुरक्षित

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