नयी दिल्ली : एंटी सेटेलाइट मिसाइल टेस्ट के बाद आज डीआरडीओ के चेयरमैन जी सतीश रेड्डी ने कहा कि इस मिशन को ग्रीन सिग्नल दो साल पहले दिया गया था और पिछले छह महीने से इसपर युद्धस्तर पर काम हो रहा था.
#WATCH DRDO Chairman G Sateesh Reddy to ANI, “A-SAT missile has capabilities of targeting all ‘Low Earth Orbit’ satellites. It has a range of upto a 1000 Kilometers plus” #MissionShakti pic.twitter.com/IsQ31f0xxN
— ANI (@ANI) March 28, 2019
जी सतीश रेड्डी ने बताया कि नेशनल सिक्यूरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल ने इस मिशन में हमें प्रधानमंत्री की सहमति से आगे बढ़ने को कहा था. पिछले छह महीने से जब यह प्रोजेक्ट ‘मिशन मोड’ में आ गया था, तो इसपर सौ वैज्ञानिक काम कर रहे थे.
#WATCH DRDO Chairman G Sateesh Reddy ANI, “This missile has been developed specifically as an anti-satellite weapon. The missile has technologies developed for ballistic missile defense applications, particularly the kill vehicle. It is not a derivative of the Prithvi missile.” pic.twitter.com/1w126oT4xC
— ANI (@ANI) March 28, 2019
जी रेड्डी ने बताया कि कल सुबह लगभग 11.16 मिनट पर ओडिशा के बालासोर से एटी सेटेलाइट मिशन को लॉन्च किया गया और मात्र तीन मिनट में इसने लो अर्थ अॅारबिट में भारत के एक मिसाइल को मार गिराया.गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल एंटी सेटेलाइट मिसाइल की लॉन्चिंग की जानकारी दी थी और कहा था कि भारत अंतरिक्ष की महाशक्ति बन गया है.