पटना / कोलकाता / अहमदाबाद : बिहार में महाराजगंज संसदीय उपचुनाव में राजद प्रत्याशी प्रभुनाथ सिंह की करीब 1.37 लाख मतों से जीत सुनिश्चित कर पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को करारा झटका दिया है. पिछले दो जून को हुए महाराजगंज संसदीय उपचुनाव के मतगणना के अंतिम चक्र में राजद प्रत्याशी प्रभुनाथ सिंह को 3,81,436 मत, जदयू प्रत्याशी पी. के. शाही को 2,44,324 और कांग्रेस उम्मीदवार जितेंद्र स्वामी को 33,905 मत प्राप्त हुए.
इस उपचुनाव के मतगणना का काम हालांकि समाप्त हो गया है पर सीवान जिला के गोरियाकोठी के मतदान केंद्र 118 की ईवीएम में खराबी आ जाने से उसके मतों की गिनती हो पायी है. इसी वजह से अधिकारिक तौर पर चुनाव परिणाम की घोषणा नहीं की गयी है. जिलाधिकारी सह निर्वाचारी पदाधिकारी अभिजित सिन्हा ने चुनाव आयोग का ध्यान इस ओर आकृष्ठ कराते हुए चुनाव आयोग से परिणाम की घोषणा किए जाने को लेकर दिशा निर्देश मांगा है.
राजद सांसद उमाशंकर सिंह के निधन के बाद चुनाव आयोग ने महाराजगंज संसदीय सीट पर उपचुनाव कराने का निर्णय लिया था। इस चुनाव में 33905 मत पाकर तीसरे स्थान पर रहे कांग्रेस उम्मीदवार जितेंद्र स्वामी उमाशंकर सिंह के पुत्र हैं. बिहार की नीतीश सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए इस उपचुनाव से पहले राजद द्वारा पटना में राज्य स्तरीय परिवर्तन रैली का आयोजन करने के बाद पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद और प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए महाराजगंज उपचुनाव को अपनी-अपनी लोकप्रियता मापने के पैमाने के रुप में देखा जा रहा था.
भाजपा ने जीता गुजरात उपचुनाव
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुजरात उपचुनाव में बुधवार को लोकसभा की दो सीटें और चार विधानसभा सीटें कांग्रेस से छीन ली जिसे मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए बहुत बड़ी जीत के रुप में देखा जा रहा है. इन सीटों के लिए रविवार को उपचुनाव हुआ था. भाजपा ने पोरबंदर और बनासकांठा लोकसभा सीटें और लिम्बाड़ी, मोरवा हदफ एवं जेतपुर की तीन विधानसभा सीटें जीत ली जिससे मोदी की लोकप्रियता पर एक और मुहर लग गयी है. ये सभी सीटें कांग्रेस के पास थीं.
मोदी को जीत का इतना विश्वास था कि वह पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने भी नहीं गए. चुनाव नतीजे से खुश मोदी ने दो लोकसभा सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों की हार को अगले वर्ष होने वाले आम चुनाव से पहले केंद्र के सत्तारुढ़ दल कांग्रेस के लिए ‘जनाक्रोश की झलक’ और ‘अल्टीमेटम’ बताया है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘गुजरात की जनता ने भाजपा को धमाकेदार जीत दिलाई है और कांग्रेस ने बहुत ही दयनीय प्रदर्शन किया है. दो लोकसभा सीटों पर भाजपा की भारी जीत और कांग्रेस की हार कांग्रेस के लिए जनाक्रोश एवं अल्टीमेटम का संदेश है.’’
हावड़ा लोकसभा उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस की जीत
हावड़ा लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार प्रसून बनर्जी ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी श्रीदीप भट्टाचार्य को 27,000 वोटों से हरा दिया है.अभी आधिकारिक परिणाम की घोषणा नहीं हुई है, हालांकि चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक, प्रसुन बनर्जी को 4,26,273 वोट और श्रीदीप भट्टाचार्य 3,99,258 वोट मिले हैं. इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार सनातन मुखर्जी 96,727 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे. तृणमूल कांग्रेस के सांसद अंबिका बनर्जी की मृत्यु की वजह से यह सीट खाली हुई थी.
तृणमूल के वरिष्ठ नेता और राज्य के पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने संवाददाताओं से कहा कि अगले महीने होने जा रहे महत्वपूर्ण पंचायत चुनाव से पहले आया यह परिणाम पार्टी में नई उर्जा पैदा करेगा. उन्होंने साथ ही कहा कि यह परिणाम साबित करता है कि लोगों ने ममता बनर्जी सरकार के पिछले दो वर्षों के प्रदर्शन के प्रति अपनी आस्था जताई है.
उपचुनाव ज्यादा अहम नहीं:कांग्रेस
गुजरात उपचुनाव में हार के बाद कांग्रेस प्रवक्ता संदीप दीक्षित ने कहा कि इसे आने वाले लोकसभा चुनाव से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए. गुजरात उप चुनाव का स्थानीय महत्व है इसे स्थानीय मुद्दो पर लड़ा जाता है. उपचुनाव ज्यादा अहम नहीं है.