धनखड़ के बयान पर गरमाये लालू,कहा,यह बिहारी महिलाओं का अपमान

चंडीगढ़ : भाजपा नेता ओपी धनखड़ ने हरियाणा के युवकों से किये एक विचित्र वादे में कहा कि यदि उन्हें राज्य में दुल्हनें नहीं मिल पा रही है, तो वह उनके लिए बिहार से दुल्हनें लायेंगे. धनखड़ ने गत शुक्रवार को जींद के नरवाना में आयोजित एक किसान महासम्मेलन में जुटे लोगों से राज्य में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 6, 2014 9:59 AM

चंडीगढ़ : भाजपा नेता ओपी धनखड़ ने हरियाणा के युवकों से किये एक विचित्र वादे में कहा कि यदि उन्हें राज्य में दुल्हनें नहीं मिल पा रही है, तो वह उनके लिए बिहार से दुल्हनें लायेंगे. धनखड़ ने गत शुक्रवार को जींद के नरवाना में आयोजित एक किसान महासम्मेलन में जुटे लोगों से राज्य में भाजपा के हाथ मजबूत करने का आह्वान करते हुए कहा कि इसका यह भी मतलब है कि कई गांवों के उन युवकों को दुल्हनें भी मिलेंगी, जो बिना विवाह के घूम रहे हैं.

धनखड़ भाजपा किसान मोरचा के अध्यक्ष हैं, जो लोकसभा चुनाव में रोहतक में कांग्रेस के दीपिंदर हुड्डा से हार गये थे. उन्होंने कहा कि वह जब संसदीय क्षेत्र का दौरा कर रहे थे, तो उन्हें कहानियां सुनने को मिलती थीं कि कुछ युवक बिहार व अन्य स्थानों से दुल्हनें ला रहे हैं. वहीं, पूर्वाचल नेता सत्येंद्र सिंह ने कहा कि भाजपा नेता के बयान से श्रमिक बहुत आहत हैं. सभी गुस्से में हैं. माहौल को बिगाड़ने का काम किया है.

* विरोध के बाद पलटे

जब पूर्वांचल के समूहों ने विरोध प्रदर्शन की धमकी दी तो धनखड़ ने सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है. बकौल धनखड़ मीडिया ने मेरे बयान को गलत अर्थ में पेश किया गया है. हम चाहते हैं कि बिहार के गरीब क्षेत्रों से तस्करी के जरिये हरियाणा लायी जाने वाली लड़कियों को सुरक्षा और सम्मान दिया जाये. यहां के लड़कों से शादी करवा कर उन्हें सही तरीके से पुनर्वासित किया जाये.

– सुशील मोदी मेरे अच्छे मित्र हैं. हम सुसंगत जोड़ी सुनिश्चित करेंगे. अन्य स्थानों से दुल्हन लाने की परंपरा समाप्त करेंगे.

ओपी धनखड़

* मैंने बयान नहीं सुना : राजनाथ

भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह से जब पार्टी नेता के इस बयान पर प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की गयी, तो उन्होंने यह कहकर मामले से पल्ला झाड़ लिया कि उन्होंने बयान सुना ही नहीं.

* विवाह सहमति से होता है, बलपूर्वक नहीं:शरद यादव

जदयू प्रमुख शरद यादव ने धनखड़ के बयान पर ताना मारते हुए कहा कि उनके शब्दों का क्या मतलब है? विवाह अपने आप होता है. हरियाणा और बिहार के कई लोगों ने विवाह किया है. यह सहमति से होता है बलपूर्वक नहीं.

* सरकार ऐसे कदम के उद्देश्य का पता लगाये:सुशील मोदी

बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि धनखड़ ने केवल इतना कहा कि जो लोग कानूनन विवाह करना चाहते हैं वह उनकी मदद करेंगे, ताकि लड़कियों का परिवार में सम्मान हो. मेरा मानना है कि उन्होंने महिलाओं को सम्मान देने की बात की है और बिहार सरकार को इस तथ्य पर गौर करना चाहिए कि बड़ी संख्या में लड़कियां हरियाणा जा रही हैं. सरकार को ऐसे कदम के उद्देश्य का पता लगाना चाहिए. यह तथ्य चिंता का विषय है कि लड़कियां खरीदी जा रही हैं और उन्हें ले जाया जा रहा है.

* महिलाओं को अपमानित किया:लालू

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने कहा कि धनकड़ ने महिलाओं को अपमानित करनेवाला बयान दिया है. उसका बयान बहुत ही निंदनीय व डिस्ट्रक्टिव है. वह अपने को नहीं देखता है. हरियाणा में लड़कियों की संख्या कम है.

* राज्य महिला आयोग करायेगा जांच: अंजुम आरा

पटना. धनखड़ के बयान की राज्य महिला आयोग जांच करायेगी. जांच में यदि बिहार की लड़कियों के साथ हरियाणा के कुंवारों की शादी की बात सही पायी गयी, तो आयोग कार्रवाई करेगा. राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष अंजुम आरा ने कहा कि शादी किसी का भी निजी मामला और अपनी पसंद से होती है. इसे कोई जबरदस्ती नहीं करा सकता है. धनखड़ का बयान सही पाये जाने पर आयोग इस दिशा में उचित कार्रवाई करेगी. क्योंकि यह महिला सम्मान से जुड़ी बातें हैं. वहीं कई संगठनों ने भी इस बयान की निंदा करते हुए कहा कि इससे हम आहत हुए हैं.

* हरियाणा में सबसे कम लिंगानुपात

कन्याभ्रूण हत्या के चलते हरियाणा में लड़कों की तुलना में लड़कियों की संख्या सबसे कम है. 2011 के आंकड़ों के मुताबिक हरियाणा में 1000 पुरुषों पर महिलाओं की संख्या 879 है. इसके कारण वहां बड़ी संख्या में लड़कों की शादियां नहीं हो पा रही है. भाजपा ने इसी समस्या को चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश की है. हरियाणा के मुकाबले बिहार में लिंगानुपात 918 है, राष्ट्रीय लिंगानुपात 943 है.

कांग्रेसी बोले थे, तो हुआ हंगामा
आपको याद होगा कि जब 33 रु पये रोजाना की गरीबी रेखा का बचाव करते हुए कांग्रेस नेता राज बब्बर ने कहा था कि मुंबई में कोई 12 रु पये में पेटभर और अच्छा खाना खा सकता है. इसके बाद रशीद मसूद ने दिल्ली में पांच ही रु पये में खाना मिलने की बात कही थी. फारूक अब्दुल्ला ने तो यह तक कह दिया था कि इंसान चाहे तो एक रु पये में भी अपना पेट भर सकता है. कांग्रेस के इन बयानों के बाद भाजपा ने काफी हो-हल्ला मचाया था. तब भाजपा के कई नेताओं ने इन बयानों को असंवेदनशील और महंगाई से परेशान जनता का मजाक बनाने वाला बताया था. नरेंद्र मोदी ने भी प्रचार के दौरान कई इन बयानों का जिक्र कर कांग्रेस और यूपीए को निशाने पर लिया था.

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