नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि देश भर में अभूतपूर्व स्तर पर मतदाता सूचियों से भाजपा विरोधी वोट काट दिये गये हैं. साथ ही, उन्होंने चुनाव आयोग से मतदान की निष्पक्षता पर सवाल भी किये हैं.
दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग भाजपा की सेवा कर रहा है. केजरीवाल ने सिलसिलेवार ट्वीट कर उन लोगों को टैग किया, जिन्होंने दावा किया है कि उनके या उनके रिश्तेदारों के नाम मतदाता सूची से काट दिये गये हैं. मुख्यमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, चुनाव आयोग क्या हो रहा है? क्या ये चुनाव निष्पक्ष हैं? आप प्रमुख ने ट्वीट किया, समूचे भारत में भाजपा विरोधी वोट (मतदाता सूचियों से) काट दिये गये हैं. देश भर से यह रिपोर्ट आ रही है कि अभूतपूर्व स्तर पर वोट (मतदाताओं के नाम) काट दिये गये हैं. आखिर क्यों दोषपूर्ण ईवीएम से हमेशा ही भाजपा को वोट मिलते देखा जाता है? केजरीवाल ने ऐसे कई लोगों के नाम एवं प्रोफाइल रीट्वीट किये, जिन्होंने अपने नाम मतदाता सूची से काटे जाने के दावे किये हैं.
बिजनेस वूमन किरन मजूमदार शॉ ने एक ट्वीट में दावा किया कि उनकी मां का नाम काट दिया गया है. उन्होंने ट्वीट किया, मेरी मां का नाम इस बहाने काट दिया गया है कि वह अपने पते पर नहीं रह रही हैं. वह कितनी परेशान हैं, मैं आपको नहीं बता सकती क्योंकि वह इसी पते पर 19 साल से रह रही हैं. केजरीवाल ने बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गट्टा का स्टेट्स भी रीट्वीट किया जहां उनहोंने एक मतदाता का प्रोफाइल साझा किया है जिसने अपना नाम काटे जाने का दावा किया है. इस पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए केजरीवाल ने कहा कि यह बिल्कुल ही स्तब्ध करने वाला है और यह समूचे देश में हुआ है.
गौरतलब है कि इससे पहले केजरीवाल सहित आप के अन्य नेताओं ने दिल्ली में मतदाता सूची से 30 लाख वोटरों के नाम काटे जाने को अवैध करार दिया था. लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण के तहत बृहस्पतिवार सुबह 18 राज्यों और दो केंद्र शासित क्षेत्रों में 91 सीटों पर मतदान शुरू हुआ.