नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गुरुवार को रूस द्वारा ‘ऑर्डर आॅफ द सेंट एंड्रू द एपोस्टल’ सम्मान के लिए नामित किया गया. भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय संबंधों को प्रोत्साहित करने में उत्कृष्ठ योगदान के लिए मोदी को इस सम्मान के लिए चुना गया. रूसी दूतावास के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.
अधिकारी ने बताया कि ‘आॅर्डर आॅफ द सेंट एंड्रू द एपोस्टल’ रूस का उच्चस्थ सरकारी सम्मान है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी इसको मंजूरी दे दी है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को प्रोत्साहित करने में उत्कृष्ठ योगदान के लिए इस सम्मान के लिये चुना गया. प्रधानमंत्री मोदी को जो सम्मान मिल रहा है वह रूसी प्राधिकरण द्वारा 1698 में शुरू किया गया था. यह रूस का पहला और सर्वोच्च नागरिक सम्मान माना जाता है. सोवियत शासन के दौरान इस सम्मान को खत्म कर दिया गया था. हालांकि, साल 1998 में एक बार फिर से इसे देने की प्रथा शुरू हुई.
बता दें कि बीते कुछ दिनों में प्रधानमंत्री को कई अंतरराष्ट्रीय सम्मान मिल चुके हैं. बता दें कि यह अवॉर्ड पाने वाले मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे. इससे पहले यह सम्मान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को भी मिल चुका है. इसी साल फरवरी में प्रधानमंत्री को दक्षिण कोरिया ने सियोल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया था. इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाले प्रधानमंत्री मोदी पहले भारतीय व्यक्ति थे. कुछ दिन पहले संयुक्त अरब अमीरात ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जायद मेडल देने का ऐलान किया था. यूएई की तरफ से ये सम्मान दोनों देशों के संबंधों को नयी ऊंचाई पर ले जाने के लिए दिया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूएई के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद को इस सम्मान के लिए शुक्रिया भी अदा किया था.
इसी साल फरवरी में भी प्रधानमंत्री को दक्षिण कोरिया ने सियोल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया था.इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाले प्रधानमंत्री मोदी पहले भारतीय व्यक्ति थे. दक्षिण कोरिया की ओर से कहा गया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ग्लोबल लीडर के तौर पर उभर रहे हैं, साथ ही उन्होंने दोनों देशों के संबंध और अच्छे किये हैं. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संयुक्त राष्ट्र की तरफ से चैंपियंस ऑफ अर्थ का सम्मान भी दिया जा चुका है.