14 अप्रैल का इतिहास : बाबा साहब अंबेडकर का जन्मदिन
नयी दिल्ली: देश दुनिया के इतिहास में 14 अप्रैल के नाम पर कई ऐतिहासिक घटनाएं दर्ज हैं. यही वह दिन है जब देश के संविधान निर्माता डा. भीम अंबेडकर का जन्म हुआ और आज ही के दिन अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन को गोली मार दी गई थी. लिंकन को उस समय वाशिंगटन के […]
नयी दिल्ली: देश दुनिया के इतिहास में 14 अप्रैल के नाम पर कई ऐतिहासिक घटनाएं दर्ज हैं. यही वह दिन है जब देश के संविधान निर्माता डा. भीम अंबेडकर का जन्म हुआ और आज ही के दिन अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन को गोली मार दी गई थी. लिंकन को उस समय वाशिंगटन के ‘फोर्ड थियटर’ में गोली मारी गई, जब वह ‘ आवर अमेरिकन कज़िन’ नाटक देख रहे थे. बालकनी में बैठे लिंकन को रात करीब सवा दस बजे जॉन वाइक्स बूथ नाम के शख्स ने सिर पर पीछे से गोली मारी और वहां से भाग निकला.
लिंकन का अगली सुबह निधन हो गया और उनके हत्यारे को घटना के दस दिन बाद अमेरिकी सैनिकों ने एक मुठभेड़ में मार गिराया. देश दुनिया के इतिहास में 14 अप्रैल की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
1865 : अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन को वाशिंगटन के ‘फोर्ड थिएटर’ में गोली मार दी गई. उन्होंने अगले दिन सुबह दम तोड़ दिया.
1891 : भारत के संविधान निर्माता बी आर अंबेडकर का जन्म.
1912 : ब्रिटेन का आलीशान पोत टाइटैनिक हिमखंड से टकराया.
1958 : सोवियत उपग्रह स्पूतनिक-2 अपने अंतरिक्ष अभियान के 162 दिन बाद नष्ट हुआ.
1970 : अमेरिकी अंतरिक्ष यान अपोलो 13 में धमाके के बाद गंभीर स्थिति पैदा हो गई. धरती से रवाना होने के 56 घंटे बाद हुए इस हादसे के कारण एक बार तो उसमें सवार तीन अंतरिक्ष यात्रियों की जान पर ख़तरा मंडराने लगा था, लेकिन फिर इसे ठीक कर लिया गया और यह सकुशल धरती पर वापस लौट आया.
1988: सोवियत संघ ने अमेरिका, पाकिस्तान और अफ़गानिस्तान के साथ जिनेवा में एक समझौते पर हस्ताक्षर कर अफगानिस्तान से अपनी सेना की वापसी पर सहमति जताई.
2008 : भारत में कोलकाता और बांग्लादेश में ढाका के बीच 1965 के बाद पहली बार यात्री रेल सेवा की शुरुआत.
2010 : चीन के किगगाई में 6.9 तीव्रता का भूकंप. लगभग 2700 लोगों की मौत.
2014 : इस्लामी संगठन बोको हराम ने नाइजीरिया में चिबोक स्थित एक बोर्डिंग स्कूल से 275 लड़कियों का अपहरण कर लिया. इसकी दुनियाभर में भर्त्सना हुई.
2010 : आइसलैंड में ज्वालामुखी से आसमान में राख का ऐसा गुबार उठा कि उत्तरी और मध्य यूरोप में हवाई यातायात पर असर पड़ा.