तिरुवनंतपुरम : कांग्रेस नेता एवं तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर को सोमवार को सिर में उस समय चोट लग गयी जब यहां एक मंदिर में ‘तुलाभरम’ रस्म निभाते समय तराजू का लोहे का हुक गिर गया और उनके सिर पर जा लगा. पार्टी सूत्रों के अनुसार, तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट से तीसरी बार जीत के लिए प्रयासरत थरूर को सिर पर चोटें आयी हैं और उन्हें छह टांके लगाये गये हैं.
उन्होंने बताया कि यहां देवी मंदिर में हुई इस घटना में 63 वर्षीय सांसद के पैर में भी मामूली चोट आयी है. ‘तुलाभरम’ एक हिंदू रस्म है जिसमें कोई व्यक्ति फूल, अनाज, फल और ऐसी ही वस्तुओं के साथ तराजू में खुद को तौलता है और उसके वजन के बराबर वस्तुएं दान दी जाती हैं. सोमवार को मलयालम नव वर्ष (विशु) के अवसर पर थरूर ने अपना चुनाव प्रचार अभियान शुरू करने से पहले सुबह यहां देवी मंदिर में इस रस्म को निभाया.
उनके साथ उनके परिवार के सदस्य और विधायक वी एस शिवकुमार समेत पार्टी के नेता तथा कार्यकर्ता मौजूद थे. पार्टी सूत्रों ने बताया कि जब थरूर तराजू के एक पलड़े पर बैठे थे तो उसका हुक गिर गया और उनके सिर पर आ लगा. उस समय तक ‘तुलाभरम’ की रस्म पूरी हो चुकी थी. शिवकुमार ने संवाददाताओं को बताया कि हादसा उस समय हुआ जब तराजू के एक पलड़े पर बैठे थरूर गर्भगृह में दीप अराधना (आरती) देखने के लिए इंतजार कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि तराजू का लोहे का पैनल उनके सिर पर आकर लगा. सूत्रों ने बताया कि थरूर को यहां सरकारी अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद विस्तार से जांच के लिए त्रिवेंद्रम मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया. टेलीविजन चैनलों ने अपनी रिपोर्ट में पूर्व केंद्रीय मंत्री को चोटिल सिर के साथ कार में बैठते हुए दिखाया और उनका कुर्ता खून से सना दिख रहा है.
मेडिकल कॉलेज के एक सूत्र ने बताया कि थरूर ठीक हैं और उनकी हालत स्थिर है. उन्होंने कहा कि वह डॉक्टरों की देखरेख में हैं और उन्हें अन्य कोई गंभीर सेहत संबंधी परेशानी नहीं है. अधिकारी ने बताया कि थरूर को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोगों के आने की वजह से उन्हें अब आईसीयू में भेज दिया गया है. कांग्रेस नेता थंपानूपर रवि ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि थरूर के आज के चुनावी कार्यक्रम रद्द कर दिये गये हैं.