नयी दिल्ली : उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एन डी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि उनकी गला घोंटकर हत्या की गयी है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर मामला जांच के लिए क्राइम ब्रांच को सौंप दिया है. क्राइम ब्रांच के अधिकारी उनकी पत्नी अपूर्वा और घर के नौकरों से पूछताछ कर रही है.
Rohit Shekhar Tiwari's mother, Ujjwala Tiwari: There was tension between Rohit and his wife since the first day of marriage. It was a love marriage; Currently, Delhi crime branch is questioning the wife of Rohit Shekhar Tiwari pic.twitter.com/00E0XJAaCe
— ANI (@ANI) April 20, 2019
वहीं आज रोहित शेखर की मां उज्जवला शर्मा ने मीडिया के सामने आकर कहा कि मेरा बेटा कुछ तनाव में था और पति -पत्नी के बीच तनाव चल रहा था. जिस दिन उसकी मौत हुई उसने थोड़ी शराब भी पी रखी थी. उज्ज्वला तिवारी ने कहा कि रोहित का लव मैरिज था और शादी के पहले दिन से ही दोनों के बीच तनाव था.
वहीं रोहित के ससुर ने अपने बयान में कहा है कि रोहित और उसकी पत्नी अपूर्वा के बीच कोई तनाव नहीं था, मेरी बेटी निर्दोष है. गौरतलब है कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के पांच वरिष्ठ चिकित्सकों के एक मेडिकल बोर्ड ने शव परीक्षण किया. एम्स फॉरेंसिक विभाग के प्रमुख डॉ सुधीर गुप्ता ने बताया कि मेडिकल बोर्ड सर्वसम्मति से इस निष्कर्ष पर पहुंचा है कि इस मामले में गला दबाने और मुंह एवं नाक बंद करने के चलते दम घुटने से मौत हुई है. यह अचानक से हुई अस्वभाविक मौत है, जो हत्या की श्रेणी में आता है। अधिकारी ने बताया कि यह मामला अपराध शाखा के पास भेज दिया गया है और उसने मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाला है जिसके आधार पर यह पता चलता है कि उस दिन बाहर को कोई आदमी घर नहीं आया था इसलिए रोहित की मौत में किसी घर वाले का ही हाथ हो सकता है, इसलिए पुलिस मामले की पड़ताल में जुट गयी है.
गौरतलब है कि रोहित शेखर की मौत 16 अप्रैल को हुई थी. मैक्स अस्पताल ने बताया था कि रोहित को जब अस्पताल लाया गया था उससे पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी. पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) विजय कुमार ने बताया कि रोहित को शाम करीब पांच बजे अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
वह दक्षिण दिल्ली की डिफेंस कॉलोनी में रहते थे.उन्होंने बताया कि उनकी मां उज्ज्वला तिवारी भी इसी अस्पताल में भर्ती थीं. उन्हें उनके बेटे के अस्वस्थ होने और नाक से खून बहने की खबर घर से मिली थी. ज्ञात हो कि रोहित शेखर ने वर्ष 2008 में यह दावा किया था कि एनडी तिवारी उनके जैविक पिता हैं. हालांकि शुरुआत में एनडी तिवारी इससे इनकार करते रहे, लेकिन लंबी कानूनी लड़ाई के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर डीएनए जांच के बाद यह खुलासा हुआ था कि रोहित एनडी तिवारी के ही पुत्र हैं. डीएनए टेस्ट के बाद एनडी तिवारी ने रोहित शेखर को अपना लिया था और 2014 में उज्ज्वला शर्मा से शादी भी कर ली थी.