बदायूं दुष्कर्म:कब्र खोदकर शव निकालेगी सीबीआइ,फिर होगा पोस्टमार्टम
नयी दिल्ली:उत्तर प्रदेश के बदायूं में दो लड़कियों से कथित बलात्कार और उनकी हत्या के मामले को एक नया मोड़ देते हुए सीबीआइ ने दोनों लड़कियों का नये सिरे से पोस्टमार्टम किये जाने के लिए कब्र खोद कर उनका शव निकालने का फैसला किया. दरअसल, सीबीआइ को लगता है कि पोस्टमार्टम करने में उचित प्रक्रिया […]
नयी दिल्ली:उत्तर प्रदेश के बदायूं में दो लड़कियों से कथित बलात्कार और उनकी हत्या के मामले को एक नया मोड़ देते हुए सीबीआइ ने दोनों लड़कियों का नये सिरे से पोस्टमार्टम किये जाने के लिए कब्र खोद कर उनका शव निकालने का फैसला किया. दरअसल, सीबीआइ को लगता है कि पोस्टमार्टम करने में उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया था. एजेंसी में मौजूद उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि प्रथम पोस्टमार्टम रात के वक्त किया गया था, जो निर्धारित कार्यप्रणाली के सामान्यतया खिलाफ है.
पोस्टमार्टम सूर्यास्त के बाद नहीं किया जाता, सिवाय आपात मामलों को छोड़ कर. शव निकालने से पहले सीबीआइ एक मेडिकल बोर्ड गठित करेगी, जिसके बाद वह नये सिरे से पोस्टमार्टम के लिए दोनों लडकियों की कब्र खोद कर उनके शव निकालने को लेकर निर्देश लेने के लिए एक स्थानीय अदालत का रुख करेगी. राज्य सरकार के शव परीक्षण रिपोर्ट में सिर्फ बलात्कार होने की ओर संकेत किया गया था, जबकि इसे साबित करनेवाले निष्कर्ष नहीं दिये गये थे. सूत्रों ने बताया कि पोस्टमार्टम एक महिला चिकित्सक ने किया था जिनके पास इसका कोई अनुभव नहीं था. गौरतलब है कि 14 और 15 साल की दोनों चचेरी बहनें 27 मई की रात अपने घर से लापता हो गयी थी और उनके शव अगले दिन उशैत इलाके के गांव में एक पेड़ से लटकते पाये गये थे. इस घटना पर राष्ट्रव्यापी रोष जताया गया था.
पिता की हो रही पॉलीग्राफी जांच इस बीच, सीबीआइ ने केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला में दोनों मृतका के पिता की ‘पॉलीग्राफ जांच’ जारी रखी है. सूत्रों ने बताया कि घटनाक्रम के बारे में दोनों लड़कियों के पिता और एक प्रत्यक्षदर्शी से लड़कियांे के लापता होने की रात के घटनाक्रम, लड़कियों के मोबाइल फोन, घटना के बारे में अभिभावकों को मिली पहली जानकारी के बारे में सवाल पूछे गये, लेकिन स्पष्ट जवाब नहीं मिला. सीबीआइ सूत्रों ने बताया कि चार लोगांे को ‘लाइ डिटेक्टर टेस्ट’ के लिए यहां लाया गया था, क्योंकि जांच एजेंसी उनके दिये बयानों से सहमत नहीं थी. इन लोगों में दोनों लड़कियों के पिता, परिवार के एक रिश्तेदार और एक प्रत्यक्षदर्शी शामिल है.