किसान खोज रहे कांग्रेस को भाजपा से युवा कर रहे सवाल

उज्जैन से मिथिलेश उज्जैन के शिप्रा नदी के तट रामघाट पर शासकीय पुरोहित राकेश गुरु भाजपा से नाराज दिखते हैं. कहते हैं कि अटल जी के निधन के बाद उनकी अस्थि को गांव-गांव घुमाया गया, लेकिन जब कुछ करने की बारी आयी, तो जो पहले से मिला था, उसे भी वापस ले लिया गया. वे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 22, 2019 6:40 AM
उज्जैन से मिथिलेश
उज्जैन के शिप्रा नदी के तट रामघाट पर शासकीय पुरोहित राकेश गुरु भाजपा से नाराज दिखते हैं. कहते हैं कि अटल जी के निधन के बाद उनकी अस्थि को गांव-गांव घुमाया गया, लेकिन जब कुछ करने की बारी आयी, तो जो पहले से मिला था, उसे भी वापस ले लिया गया. वे कहते है- इस बार 29 में 26 नहीं चलेगा़ अपने पिता का श्राद्ध करने आये पुष्कर सिंह किसान हैं.
उनकी पीड़ा अलग है. वे कहते हैं कि कांग्रेस ने कहा था कि किसानों का कर्ज माफ कर देंगे. मेरे जैसे कई ऐसे हैं जिनके कर्ज माफ नहीं हुए. कुछ ऐसे भी किसान हैं, जिन्होंने कर्ज नहीं लिया और उन्हें चिट्ठी आ गयी कि आपका कर्ज माफ किया गया है. इस लोकसभा सीट पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर दिख रही है.
यहां किसी की लहर नहीं : उज्जैन में किसी पार्टी की लहर जैसी कोई चीज नहीं दिखती. मतदाताओं के मत बंटे नजर आते हैं. घाट पर पूजा पाठ करने वाले दीपक की राय अलग है़ वे कहते हैं- उज्जैन में भी मोदी हैं. ऑटो चला कर प्रतिदिन छह सौ से आठ सौ रुपये कमाने वाले उज्ज्वल सिंह को भाजपा के उम्मीदवार का नाम तक मालूम नहीं है, फिर भी दावा करते हैं कि जीतेगी तो भाजपा ही़
देवास : घोषणा का लाभ नहीं मिलने से नाराजगी
देवास में भी चुनावी सरगर्मी छाने लगी है. देवास के बस स्टैंड पर 40 वर्षीय मनोहर मिलते हैं. पांच एकड़ जमीन पर खेती कर गुजारा करने वाले मनोहर कांग्रेस सरकार से नाराज हैं. कहते हैं कि सरकार ने खेती पर लिया कर्ज माफ करने की घोषणा कर दी, लेकिन हमें इसका फायदा नहीं मिला़
2014 : लोस चुनाव नतीजा
चिंतामणि, भाजपा (जीते)6,41,101
प्रेमचंद, कांग्रेस 3,31,438
जीत का अंतर 3,09,663
बसपा तीसरे स्थान 0.98%

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