जाकिर नाइक का दावा : भारत सरकार इंटरपोल पर रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने का बना रही है दबाव
मुंबई : विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक ने गुरुवार को भारत की सरकार पर आरोप लगाया कि वह उसे फंसाने में लगी है. इंटरपोल पर उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के लिए लगातार दबाव बना रही है. नाइक ने एक बयान में कहा कि वह इस बात से अवगत हैं कि ‘सरकार मेरे […]
मुंबई : विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक ने गुरुवार को भारत की सरकार पर आरोप लगाया कि वह उसे फंसाने में लगी है. इंटरपोल पर उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के लिए लगातार दबाव बना रही है. नाइक ने एक बयान में कहा कि वह इस बात से अवगत हैं कि ‘सरकार मेरे खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराने के लिए इंटरपोल पर दबाव बना रही है’. नाइक वर्ष 2016 में भारत छोड़ कर भाग गया था.
उसने दावा किया, ‘यह मुझे फंसाने के व्यापक अभियान का हिस्सा है. लेकिन कुछ सदस्य देशों से पुष्टि करने के बाद, मैं यह दावा कर सकता हूं कि आज की तारीख में मेरे खिलाफ कोई रेड कॉर्नर नोटिस जारी नहीं है.’ उसने कहा कि भारतीय समाचार पत्रों में से एक ने भारत सरकार के आंतरिक विचार-विमर्श के बारे में एक रिपोर्ट प्रकाशित की. यह विचार-विमर्श तो पिछले दो साल से अधिक समय से चल रहा है और समचार पत्र ने इस मामले में जल्दबाजी दिखायी. नाइक ने कहा कि इंटरपोल ने पहले ही उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस को रद्द कर दिया था.
उसने कहा, ‘सरकार को आरोपपत्र दायर किये और इंटरपोल पर दबाव बनाते हुए करीब डेढ़ साल हो गया है. लेकिन अभी जैसे हालात हैं, मेरे पास यह मानने के लिए एक भी कारण नहीं है कि इंटरपोल किसी भी अनुचित दबाव में आयेगा.’ नाइक के अभी मलयेशिया में होने की खबर है. उसके खिलाफ 2016 में तब से जांच जारी है, जब से केंद्र ने उसके ‘इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन’ को प्रतिबंधित कर दिया था.
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एनआइए की एक विशेष अदालत ने जून, 2017 में नाइक को घोषित अपराधी करार दिया था. उस पर युवकों को आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के लिए उकसाने, घृणा फैलाने वाले भाषण देने और समुदायों के बीच शत्रुता फैलाने के आरोप हैं. एनआइए ने मुंबई की एक अदालत में अक्टूबर, 2017 में नाइक और अन्य के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था.