मुंबई : रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने भाजपा पर सुरक्षा बलों के पराक्रम का राजनीतिकरण कर वोट मांगने के विपक्षी दलों के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि उनकी पार्टी सिर्फ आतंकवाद के खिलाफ अनिवार्य ‘इच्छा शक्ति’ की बात कर रही है.
उन्होंने यहां संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, कौन सुरक्षा बलों की बहादुरी का राजनीतिकरण कर रहा है? हमने ऐसा नहीं किया है. भाजपा नेता ने कहा कि मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली संप्रग गठबंधन सरकार के पास आतंकवाद से निपटने की इच्छा शक्ति नहीं थी, जबकि मुंबई हमले के बाद कार्रवाई करना अनिवार्य था. सीतारमण ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने निर्णायक कदम उठाते हुए आतंकवाद से लड़ने की राजनीतिक इच्छा शक्ति दिखायी. यह इच्छाशक्ति उरी और पुलवामा हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट हवाई हमले के रूप में दिखी. उन्होंने कहा, कांग्रेस इच्छाशक्ति के बारे में बात करने से हिचकती है इसलिए वह सोचती है कि हम सैनिकों की बहादुरी का राजनीतिककरण कर रहे हैं.
मंत्री ने सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (अफ्सपा) पर पुनर्विचार करने के कांग्रेस के चुनावी वादे पर हमला करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर जैसे राज्य में इसके बिना काम करना सेना के लिए मुश्किल हो जायेगा. सीतारमण ने बालाकोट हवाई हमले पर विपक्ष के सबूत मांगने के सवाल पर भी निशाना साधते हुए कहा कि यह दुखद है. साथ ही कहा कि पाकिस्तान को विपक्ष की भाषा पसंद आयेगी.