नयी दिल्ली: सरकार के रोजगार सृजन पर जोर देने के बीच विशेषज्ञों ने आज कहा कि आम बजट में प्रस्तावित पहलों से अगले तीन-चार साल विभिन्न क्षेत्रों में 50-80 लाख लोगों के लिए रोजगार का सृजन होगा.
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा ‘‘भारत को आज रोजगार सृजन की जरुरत है. विशेष तौर पर हमारे विनिर्माण क्षेत्र को बढावा देने की जरुरत है.’’ मानव संसाधन विशेषज्ञों ने बजट का स्वागत किया और उनका मानना है कि जिन क्षेत्रों में फौरन रोजगार के मौके पैदा होंगे उनमें बुनियादी ढांचा, परिवहन, बिजली, उपभोक्ता उत्पाद, ई-वाणिज्य, नई कंपनियों और पर्यटन को फायदा होगा.
रोजगार पोर्टल नौकरी डाट काम के कार्यकारी उपाध्यक्ष और राष्ट्रीय बिक्री प्रमुख वी सुरेश ने कहा ‘‘शुरुआती संकेत ऐसे लगते हैं कि बजट सुधारोन्मुख और वृद्धि पर केंद्रित है जिसमें वृद्धि की गतिविधि को लीक पर लाने की स्पष्ट दीर्घकालिक रणनीति है. मुझे उम्मीद है कि बजट का रोजगार बाजार पर सकारात्मक असर होगा.’’ जेटली ने कहा कि बुनियादी ढांचा और निर्माण में वृद्धि अर्थव्यवस्था को लीक प लाने के लिए आवश्यक है और हमारे लाखों नौजवानों के लिए रोजगार के मौके पैदा होंगे.
उन्होंने कहा कि विनिर्माण क्षेत्र हमारी अर्थव्यवस्था की वृद्धि के लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण है और इस क्षेत्र का रोजगार सृजन पर उल्लेखनीय असर होगा. उन्होंने इस क्षेत्र में निवेश को बढावा देने के लिए विभिन्न तरह की पहलों की घोषणा की है.
केली सर्विसेज इंडिया एंड मलेशिया के प्रबंध निदेशक कमल कारंत ने कहा ‘‘हमारा मानना है कि बजट में कई क्षेत्रों पर ध्यान दिया गया है जिसका रोजगार बाजार पर अच्छा असर होगा. हमें उम्मीद है कि नए बजट से विभिन्न क्षेत्रों में 50-80 लाख रोजगार के मौके पैदा होंगे.’’