सरकार ने अपने ही नारे झुठलाये, लोगों के साथ किया धोखा: केजरीवाल
नरेंद्र मोदी की सरकार से इस देश की जनता को काफी उम्मीद थी, लेकिन आज जो बजट इस सरकार ने पेश किया है वह काफी निराशा जनक है. इससे यही कहावत चरितार्थ होती है कि खोदा पहाड़ निकली चुहिया. चुनाव के दौरान मोदीजी ने बहुत हुई महंगाई की मार, अब की बार मोदी सरकार का […]
नरेंद्र मोदी की सरकार से इस देश की जनता को काफी उम्मीद थी, लेकिन आज जो बजट इस सरकार ने पेश किया है वह काफी निराशा जनक है. इससे यही कहावत चरितार्थ होती है कि खोदा पहाड़ निकली चुहिया. चुनाव के दौरान मोदीजी ने बहुत हुई महंगाई की मार, अब की बार मोदी सरकार का नारा दिया था, लेकिन उनकी सरकार के पहले बजट से ही महंगाई की मार तो और बढ़ गई लगती है. उन्होंने देश की जनता से झूठा वादा करके सत्ता हंथियाई लेकिन अब देश की जनता को भी यह पता चल गया होगा कि उन्होंने जो सपने दिखाए थे, वे अब एक-एक कर टूटने वाले हैं. आम बजट में उन्होने बेरोजगारी, अशिक्षा और महंगाई दूर करने के लिए कुछ भी नहीं किया है.
देश में इतना भ्रष्टाचार फैला हुआ है, कि अगर मोदी इसे रोकने के उपाय करते तो महंगाई पर कुछ हद तक काबू पाने में मदद मिलती. इस बजट में कोई बड़ा विचार सामने नहीं आया और इस लिहाज से यह बजट पूर्ववती सरकारों से कदापी अलग नहीं है. यह एक तरह से यूपीए सरकार के नीतियों का विस्तार मात्र प्रतीत हो रहा है. इस बजट को देखकर निराश ही हुआ जा सकता है.
हमें इस बजट के जरिए किसी प्रकार के बदलाव की उम्मीद कदापी नहीं दिखाई देती. लोगों ने इस सरकार द्बारा दिखाए गये सब्जबाग पर भरोसा करते हुए बहुत उम्मीद के साथ बदलाव के लिए वोट दिया था,लेकिन कहीं से भी यह बजट जनता की उम्मीदों को पूरा करता हुआ नहीं दिखता. लोग ऐसा महसूस कर रहे हैं कि सरकार ने उनके साथ धोखा किया है.