ओडिशा में 12 लोगों की जान लेने के बाद कमजोर पड़ा चक्रवाती तूफान ”फनी”, बंगाल में कोई खतरा नहीं
भुवनेश्वर : चक्रवाती तूफान ‘फनी’ से ओडिशा में कम से कम 12 लोगों की मौत हुई है. गर्मी के मौसम में दस्तक देने के एक दिन बाद शनिवार को राज्य के लगभग 10,000 गांवों और शहरी क्षेत्रों में युद्धस्तर पर राहत एवं बहाली कार्य शुरू किये गये. इधर मौसम विभाग ने साफ कर दिया है […]
भुवनेश्वर : चक्रवाती तूफान ‘फनी’ से ओडिशा में कम से कम 12 लोगों की मौत हुई है. गर्मी के मौसम में दस्तक देने के एक दिन बाद शनिवार को राज्य के लगभग 10,000 गांवों और शहरी क्षेत्रों में युद्धस्तर पर राहत एवं बहाली कार्य शुरू किये गये.
इधर मौसम विभाग ने साफ कर दिया है कि चक्रवात ‘फनी’ से पश्चिम बंगाल को अब कोई खतरा नहीं है, क्योंकि यह पड़ोसी बांग्लादेश में प्रवेश करने से पहले और कमजोर हो चुका है.
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के उप महानिदेशक संजय बंद्योपाध्याय ने बताया कि पूर्वानुमान के अनुसार, राज्य में, विशेष रूप से बांग्लादेश से सटे जिलों में मध्यम बारिश होगी, लेकिन शहर और आसपास के क्षेत्र में मौसम की स्थिति दिन में सामान्य रहेगी.
इस चक्रवात को दुर्लभतम माना जा रहा है. अधिकारियों ने बताया कि 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहे इस भीषण चक्रवाती तूफान की वजह से शुक्रवार को पुरी में तेज बारिश और आंधी आयी. तूफान के कमजोर पड़ने और पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने से पहले इसकी चपेट में आये कस्बों और गांवों में बहुत से घरों की छतें उड़ गयीं और कई घर पूरी तरह से बर्बाद हो गये.
प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के लिए रवाना होने से पहले, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने एक बयान में कहा कि नागरिक समाज संगठनों, एनडीआरएफ, ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ओडीआरएएफ) के कर्मियों और एक लाख अधिकारियों के साथ लगभग 2,000 आपातकालीन कर्मचारी, सामान्य जीवन को फिर से बहाल करने के कार्य में लगे हुए हैं.
अधिकारियों ने कहा कि आपदा के कारण मरने वालों की संख्या शुक्रवार को आठ थी, जो मयूरभंज जिले में चार और लोगों के मारे जाने के बाद बढ़कर 12 हो गई. उन्होंने कहा कि कई क्षेत्रों से विस्तृत जानकारी आनी अभी बाकी है.
मयूरभंज जिले के आपात अधिकारी एस के पति ने कहा, बारीपदा में अलग-अलग स्थानों पर पेड़ गिरने से चार लोगों की मौत हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से बात की और तटीय राज्य में चक्रवात आने के बाद की मौजूदा स्थिति पर चर्चा की. प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार को आश्वासन दिया कि केंद्र की तरफ से राज्य को लगातार सहायता मिलती रहेगी.