नयी दिल्ली : भारत के प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामले से निपटने के लिए अपनायी गयी प्रक्रिया के खिलाफ यहां सुप्रीम कोर्ट के बाहर प्रदर्शन कर रहे 55 लोगों को हिरासत में ले लिया गया. प्रदर्शनकारियों में अधिकतर महिला वकील और कार्यकर्ता थे. गोगोई को सुप्रीम कोर्ट की आंतरिक जांच समिति से सोमवार को क्लीन चिट मिल गयी थी.
समिति ने क्लीन चिट देते हुये कहा कि उसे उनके खिलाफ आरोपों में कोई दम नजर नहीं आया. शीर्ष अदालत की एक पूर्व महिला कर्मचारी ने प्रधान न्यायाधीश पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाये थे. ‘नो क्लीन चिट’, ‘कानून के शासन का वर्चस्व बरकरार रखा जाए’, ‘आप कितने भी उच्च स्तर पर हो, कानून आप से ऊपर है’, के बैनर लिए कई महिला वकीलों और कार्यकर्ताओं ने सुप्रीम कोर्ट के बाहर प्रदर्शन किया.
उन्होंने गोगोई को क्लीन चिट दिए जाने पर आपत्ति जतायी. पुलिस उपायुक्त (नयी दिल्ली) मधुर वर्मा ने कहा, ‘इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनात थी. 52 महिला प्रदर्शनकारियों समेत तीन पुरुषों को हिरासत में लिया गया और मंदिर मार्ग पुलिस थाने ले जाया गया.’