इंदौर: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज व्यापमं घोटाले पर जमकर बचाव किया. उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत बताया. चौहान ने कहा कि इन मामलों में उनका नाम बेवजह घसीटने के प्रयास कभी कामयाब नहीं हो पायेंगे, क्योंकि प्रदेश सरकार की नीयत और मंशा ठीक है.
शिवराज ने यहां साधु वासवानी नगर में स्वामी प्रीतमदास सभागृह के लोकार्पण समारोह में कहा, ‘कई बार होम करने वाले के हाथ भी जल जाते हैं. मैंने (भर्ती और प्रवेश परीक्षाओं में) गडबड पकडकर खुद एसटीएफ को इन मामलों की जांच सौंपी थी. लेकिन कुछ लोग सोच रहे हैं कि उन्हें मुख्यमंत्री को इन मामलों में घसीटने का अच्छा मौका मिल गया है. ऐसे प्रयास कभी सफल नहीं हो सकेंगे.
’ उन्होंने कहा, ‘प्रदेश सरकार की नीति और मंशा ठीक है. मैं बतौर मुख्यमंत्री साफ नीयत और पूरी ईमानदारी के साथ यह बात कह रहा हूं.’ शिवराज ने कहा, ‘मैं यह नहीं कहता कि पूरे तंत्र में कहीं कोई गडबड हो ही नहीं सकती.लेकिन मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि अगर हमें कोई गडबड पता चल गयी, तो गडबड करने वाले किसी भी हालत में छोडे नहीं जायेंगे. हम गडबड करने वालों के खिलाफ पुख्ता कार्रवाई करेंगे.’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘जब मुझे इंदौर पुलिस की अपराध शाखा से पता चला कि प्री.मेडिकल टेस्ट (पीएमटी) में गंभीर गडबडी के सबूत मिले हैं, तो मैंने ही इस प्रकरण की जांच विशेष कार्य बल (एसटीएफ) को सौंपी थी. एसटीएफ इस मामले की गहराई से जांच करके लगातार सबूत जुटाता गया. इस जांच का परिणाम आज सबके सामने है.’