जाकिर नाइक भारत आने को तैयार, दोषी ठहराये जाने तक गिरफ्तारी से मांगी छूट
नयी दिल्ली : इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक ने कहा है कि उच्चतम न्यालालय अगर यह आश्ववासन दे कि दोषी ठहराये जाने तक उसे गिरफ्तार नहीं किया जायेगा तो वह भारत वापस आने को तैयार है. नाइक 2016 में भारत से भाग गया था और फिलहाल मलेशिया में रह रहा है. मलयेशिया सरकार ने उसे स्थायी […]
नयी दिल्ली : इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक ने कहा है कि उच्चतम न्यालालय अगर यह आश्ववासन दे कि दोषी ठहराये जाने तक उसे गिरफ्तार नहीं किया जायेगा तो वह भारत वापस आने को तैयार है. नाइक 2016 में भारत से भाग गया था और फिलहाल मलेशिया में रह रहा है. मलयेशिया सरकार ने उसे स्थायी निवासी का दर्जा दे रखा है.
‘द वीक’ पत्रिका को दिये साक्षात्कार में नाइक ने कहा कि उसे न्यायिक व्यवस्था में विश्वास है, लेकिन यह आज की तुलना में पहले ज्यादा बेहतर थी. नाइक ने कहा, भाजपा सरकार के आने से पहले आप सरकार के खिलाफ बोल सकते थे और आपको न्याय मिलने की संभावना 80 प्रतिशत तक होती थी. आज के समय में यह संभावना 10 से 20 प्रतिशत है. इस्लामिक प्रचारक ने कहा, इसके अलावा, अगर हम इतिहास देखें तो आतंक के आरोपों का सामना करने वाले 90 प्रतिशत से अधिक मुसलमानों को 10 से 15 साल में बरी किया गया. लिहाजा मुझे भी औसतन 10 साल के लिए जेल में डाला जा सकता है. इससे मेरा पूरा अभियान बाधित होगा, ऐसे में मैं यह बेवकूफी क्यों करूं.
नाइक ने कहा कि अगर एनआईए चाहती है तो वह उससे मलयेशिया में पूछताछ कर सकती है. जब उससे न्याय का आश्वासन पर मिलने पर भारत लौटने के बारे में पूछा गया तो नाइक ने कहा, अगर भारत का उच्चतम न्यायालय आश्वासन देता है कि डॉक्टर जाकिर नाइक आयें, उन्हें दोषी ठहराये जाने तक गिरफ्तार नहीं किया जायेगा, तो ही मैं भारत वापस आऊंगा. जाकिर नाइक का नाम 1 जुलाई 2016 को बांग्लादेश की राजधानी ढाका में एक कैफे में हुए आतंकी हमले के बाद उछला था, जिसके बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने उसपर आरोप लगाये थे. आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के उस हमले में 20 लोगों की मौत हो गयी थी.