विवादास्पद उपदेशक जाकिर नाइक का आरोप, क्या किसी के दबाव में झूठ बोल रही है ईडी
मुंबई : विवादास्पद इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक ने शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के उस दावे को झूठ करार दिया, जिसमें उसने कहा था कि उन्होंने छह साल की अवधि के दौरान आय के ज्ञात स्रोत नहीं होने के बावजूद भारत में अपने बैंक खातों में 49 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम जमा करायी. […]
मुंबई : विवादास्पद इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक ने शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के उस दावे को झूठ करार दिया, जिसमें उसने कहा था कि उन्होंने छह साल की अवधि के दौरान आय के ज्ञात स्रोत नहीं होने के बावजूद भारत में अपने बैंक खातों में 49 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम जमा करायी. एजेंसी ने नाइक के खिलाफ यहां एक विशेष अदालत के समक्ष दो मई को उन पर 193 करोड़ रुपये मूल्य के आपराधिक धन के शोधन का आरोप लगाते हुए अभियोजन शिकायत दर्ज करायी थी.
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ईडी ने आरोप लगाया था कि उन्होंने भारत और विदेश में करोड़ों रुपये की अवैध संपत्ति बनायी. ईडी ने कहा था कि नाइक के पास आय का कोई ज्ञात स्रोत नहीं था, लेकिन इसके बावजूद उसने भारत में 49 करोड़ रुपयों से ज्यादा की रकम अंतरित की. अपनी पीआर टीम द्वारा मीडिया में जारी किये गये विस्तृत बयान में नाइक ने कहा कि ईडी झूठ क्यों बोल रहा है? जब हर कोई (सभी सरकारी एजेंसियों समेत) जानता है कि मेरे कई कारोबार हैं और राजस्व को स्रोत हैं और मेरे द्वारा दायर किये गये आयकर रिटर्न में मेरी आय हमेशा परिलक्षित होती है, तो ईडी इस बारे में झूठ क्यों बोल रहा है?”
नाइक ने आगे सवाल किया कि क्या दबाव इतना ज्यादा था कि उन्हें (ईडी को) अपने राजनीतिक आकाओं द्वारा तय लक्ष्यों को हासिल करने के लिए झूठ बोलने की जरूरत पड़ी. नाइक का दावा है कि वो 2010 से एनआरआई हैं और भारत के बाहर से कमाई करते हैं.