भारत ने बढ़ाया श्रीलंका के विद्रोही संगठन लिट्टे पर लगा प्रतिबंध
नयी दिल्लीः देश और दुनिया के इतिहास में 14 मई का खास महत्व है. 14 मई 1992 को ही भारत ने पड़ोसी देश श्रीलंका के विद्रोही संगठन लिट्टे (लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम) पर प्रतिबंध लगाया था. सरकार ने आज एक नई अधिसूचना जारी करते हुए लिट्टे पर लगे बैन को आगे बढ़ा दिया है. […]
नयी दिल्लीः देश और दुनिया के इतिहास में 14 मई का खास महत्व है. 14 मई 1992 को ही भारत ने पड़ोसी देश श्रीलंका के विद्रोही संगठन लिट्टे (लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम) पर प्रतिबंध लगाया था. सरकार ने आज एक नई अधिसूचना जारी करते हुए लिट्टे पर लगे बैन को आगे बढ़ा दिया है. सरकार ने यह फैसला इसलिए लिया है, क्योंकि लिट्टे अभी भी भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त है और भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बना हुआ है.
बता दें कि भारत हर दो साल के लिए लिट्टे पर प्रतिबंध लगाता है. दो साल बाद उसे बढ़ा दिया जाता है. भारत ने गैरकानूनी गतिविधियों संबंधी अधिनियम के तहत 27 साल पहले 14 मई 1992 को पड़ोसी देश श्रीलंका के विद्रोही संगठन लिट्टे पर प्रतिबंध लगाया था.
वहीं इससे पहले ही यूरोपीय संघ, कनाडा और अमेरिका में भी इस संगठन पर प्रतिबंध था. तमिल विद्रोहियों द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या किए जाने के बाद वर्ष 1992 में इस संगठन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था.