मायावती हो सकती है देश की अगली प्रधानमंत्री, राजभर ने कहा, अब दलितों की बारी
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री की कुरसी पर सामान्य वर्ग, ओबीसी ने बैठ लिया अब दलित और पिछड़ा वर्ग की बारी है. इस बार प्रधानमंत्री की कुरसी पर कोई दलित ही बैठेगा. बसपा प्रमुख मायावती इस कुरसी की प्रबल दावेदार हैं. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के काबिना मंत्री ओम प्रकाश राजभर […]
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री की कुरसी पर सामान्य वर्ग, ओबीसी ने बैठ लिया अब दलित और पिछड़ा वर्ग की बारी है. इस बार प्रधानमंत्री की कुरसी पर कोई दलित ही बैठेगा. बसपा प्रमुख मायावती इस कुरसी की प्रबल दावेदार हैं. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के काबिना मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने यह बयान दिया है. उन्होंने साफ कहा कि इस बार कोई दलित ही पीएम बनेगा.
एक न्यूज चैनल से बातचीत में राजभर ने कहा, इस देश में सबको अधिकार मिलना चाहिए. प्रधानमंत्री की कुरसी पर सामान्य वर्ग और ओबीसी बैठ चुका है इस बार दलितों की बारी है. अगर कोई दलित इस कुरसी पर बैठता है तो किसी की हिम्मत नहीं होगी कि वह गठबंधन से इनकार कर दे. दलित मतदाताओं को कोई नाराज नहीं करना चाहेगा. दलित प्रधानमंत्री के नाम पर सभी दल एक साथ आ जायेंगे. पीएम पद की रेस में मायावती हैं. वह प्रधानमंत्री बन सकती हैं . अगर उनके नाम को लेकर सहमति नहीं बनी तो ऐसे कई नाम है जो आगे आ सकते हैं.
राजभर पूर्वांचल की अहम सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं . 7वें चरण में पूर्वांचल की तीन सीटों पर उन्होंने विपक्षी दलों का समर्थन किया है. यहां कांग्रेस और गठबंधन प्रत्याशियों के समर्थन में राजभर की पार्टी ने प्रचार का फैसला किया और भाजपा के विरोध में खड़ी है. राजभर का कहना है कि 13 अप्रैल को ही योगी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है, लेकिन मुख्यमंत्री ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है.