सामूहिक दुष्कर्म मामले में इस्तीफा दें गहलोत: जावड़ेकर
जयपुर : थानागाजी में एक दलित महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म व मामला दर्ज होने में देरी को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से इस्तीफे की मांग की. इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि केवल चुनावी फायदे के लिए इस […]
जयपुर : थानागाजी में एक दलित महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म व मामला दर्ज होने में देरी को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से इस्तीफे की मांग की. इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि केवल चुनावी फायदे के लिए इस मामले को छह दिन तक दबाए रखा गया. यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में जावड़ेकर ने कहा, ‘मूल सवाल है कि इतनी बड़ी घटना इतने दिन छुपाकर रखी गयी.
किसके आदेश पर छुपाकर रखी गयी? जो बात पुलिस अधीक्षक को पता है वह गृहमंत्रालय व गृहमंत्री को पता नहीं होगी, यह हो नहीं सकता. गुनाह होने के बाद छह दिन, चुनाव खत्म होने तक मामले को रोकने का काम किसने किया?’ उन्होंने कहा,’ गहलोत जी का एक प्रसिद्ध वाक्य है कि हर गलती कीमत मांगती है … गहलोत जी यह भयंकर अपराध है. गलती से भी बहुत बड़ा. इसकी कीमत एक ही है … चूंकि मुख्यमंत्री व गृहमंत्री आप ही हो तो आपको इस्तीफा देना ही पड़ेगा. गहलोत को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए.’
गौरतलब है कि अलवर जिले के थानागाजी में एक दलित महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म की यह घटना 26 अप्रैल को हुई. आरोप है कि पुलिस चुनावी प्रक्रिया का हवाला देते हुए मामले को टालती रही और मीडिया में आने के बाद दो मई को मामला दर्ज किया गया. पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में थानाधिकारी को निलंबित किया गया है और एसपी को एपीओ किया गया है. जावड़ेकर ने कहा कि राजस्थान में दलितों पर अपराध के नित नये मामले सामने आ रहे हैं. चार महीने में दलितों पर अत्याचार के 34 मामले सामने आए हैं और कुल मिलाकर महिलाओं व बच्चों के खिलाफ अत्याचार के 68 मामले हुए हैं. इस तरह से राजस्थान अपराध राज्य बन गया है.
ऐसे समाचार हैं कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कल अलवर में पीड़ित परिवार से मिल सकते हैं. इसका जिक्र करते हुए जावड़ेकर ने कहा,’कल शायद कांग्रेस अध्यक्ष आने वाले हैं …यही घोषणा करो कि मुख्यमंत्री का इस्तीफा लिया… यह सबक सबके लिए होना चाहिए. केवल चुनावी फायदे के लिए छह दिन तक मामले को रोक कर रखना , इससे बड़ा अपराध और कुछ नहीं हो सकता.’ जावड़ेकर ने बसपा प्रमुख मायावती की कथित चुप्पी पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा,’ दलित महिला के खिलाफ इतना बड़ा मामला होने के बावजूद मायावती चुप हैं. अब भी सरकार को समर्थन दे रही हैं.’ जावड़ेकर ने राज्य में स्कूली पाठ्यक्रम की किताबों में महाराणा प्रताप व वीर सावरकर से जुड़े तथ्यों में बदलाव किए जाने पर भी सवाल उठाया और कहा ‘इस तरह इतिहास के साथ छेड़खानी कर आप इतिहास को छुपा नहीं सकते.’