ओछी और संकीर्ण मानसिकता वाले हैं भारतीय नेता:हाफिज सईद

नयी दिल्लीः वरिष्ठ पत्रकार वेद प्रताप वैदिक की हाफिज सईद से हुई मुलाकात अब एक विवाद का रुप लेती जा रही है. आतंकवादी संगठन "जमात उद दावा" के मुखिया हाफिज सईद से वेद प्रताप ने लंबी बातचीत की. इस मामले को लेकर वेद प्रताप और हाफिज की तस्वीरें इंटरनेट पर वायरल हो चुकी है.दूसरी ओर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 13, 2014 2:31 PM

नयी दिल्लीः वरिष्ठ पत्रकार वेद प्रताप वैदिक की हाफिज सईद से हुई मुलाकात अब एक विवाद का रुप लेती जा रही है. आतंकवादी संगठन "जमात उद दावा" के मुखिया हाफिज सईद से वेद प्रताप ने लंबी बातचीत की. इस मामले को लेकर वेद प्रताप और हाफिज की तस्वीरें इंटरनेट पर वायरल हो चुकी है.दूसरी ओर वरिष्ठ पत्रकार वेद प्रताप वैदिक इस सवाल पर अड़े हैं कि एक पत्रकार का हाफिज से मिलना क्या गलत है.वैदिक ने कहा कि एक पत्रकार होने के नाते मैं दूसरों के पक्ष को सुनने और समझने की पूरी कोशिश करता हूं इस संदर्भ में हमारी मुलाकात हुई.

https://twitter.com/HafizSaeedJUD/statuses/488618009309638656

हाफिज सईद ने भी इस पूरे मामले पर अपनी प्रतिक्रिया ट्विटर के जरिये जाहिर की है. उसने कहा कि जिस तरह एक पत्रकार से मुलाकात का भारत में राजनिति रंग दिया जा रहा है यह वहां के नेताओं की ओछी और संकीर्ण मानसिकता का सूचक है. हाफिज ने पत्रकार वेद प्रताप वैदिक द्वारा पूछे कुछ सवालों का भी उल्लेख किया है जिसमें वैदिक ने उनसे पूछा था कि अगर मोदी पाकिस्तान दौर पर आयेंगे तो क्या आप इसका विरोध करेंगे मैंने जवाब दिया कि हम इस तरह की राजनीति और विरोध प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लेते.

https://twitter.com/HafizSaeedJUD/statuses/488618814289219584

साथ ही इन दोनों के बीच कई गंभीर मुद्दों को लेकर चर्चा हुई जिसमें 26/11 जैसे गंभीर मुद्दों पर भी चर्चा हुई. हाफिज ने वैदिक से भी सवाल किया कि हिंदूस्तान पाकिस्तान कोर्ट के फैसले का सम्मान क्यूं नहीं करता.

सोशल मीडिया में भी इन दोनों की मुलाकात को लेकर गुस्सा देखा जा रहा है. सोशल मीडिया से बढता विवाद अब संसद तक पहुंच चुका है. वेद प्रताप वैदिक को बाबा रामदेव के करीबी लोगों में एक माना जाता है.

https://twitter.com/HafizSaeedJUD/statuses/488617635450327040

कांग्रेस इस पूरे मामले पर सरकार से जवाब की मांग कर रही है. इस पूरे मुद्दे पर दोनों सदनो में हंगामा जारी रहा राज्यसभा में जहां प्रश्नकाल की कार्यवाही को दो बार स्थगित करना पड़ा तो वहीं लोकसभा में सदस्यों ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा गंभीर मसला बताया और विदेश मंत्री या गृह मंत्री से जवाब मांगा.

भारत के मोस्‍ट वांटेड आतंकी हाफिज सईद से वरिष्‍ठ पत्रकार वेद प्रताप वैदिक की मुलाकात से भारत में विवाद बढ़ने लगा है. कई राजनीतिक दलों ने वैदिक-सईद की भेंट को गलत बताया है. कांग्रेस ने वैदिक की भेंट को लेकर भाजपा सरकार पर हमला बोला है. कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा कि वेद प्रताप वैदिक और हाफिज सईद की भेंट एनडीए सरकार के कहने से हुई है.

कांग्रेस ने कहा कि वैदिक एनडीए के दूत बन करहाफिजसईद से मिले हैं. इधर वैदिक ने सफाई देते हुए कहा कि उन्‍होंने पत्रकार की हैसियत से हाफिज से मुलाकात की थी.उन्‍होंने कहा कि पाकिस्‍तान की ओर से एक चैनल में इंटरव्‍यू के लिए उनका न्‍योता आया था. इसी दौरान हफिज से मुलाकात हुई. श्री वैदिक ने कहा कि हाफिज के सामने उन्‍होंने इस बात को रखा कि भारत उसके लिए क्या सोचता है. हाफिज ने सफाई देते हुए कहा कि उसकी छवि खराब की गयी है. जिस तरह की बात उसके लिए की जाती है वह बिल्कुल गलत है.वह भारत जाना चाहता है और वहां की आवाम के सामने अपनी बात रखना चाहता है.

वैदिक ने मुलाकात के बाद इस बात का भी खुलासा किया कि हाफिज कितनी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में रहता है. इस मुलाकात में भारत- पाकिस्तान के रिश्तों से लेकर आंतकी संगठनों पर भी चर्चा हुई. वेद प्रताप वैदिक ने कहा कि मैंने उनसे वैसे सारे सवाल किये जो मुझे करने चाहिए थे. हमारी मुलाकात से पहले हम एक टीवी चैनल पर डिबेट का हिस्सा था लेकिन मैंने उनकी एक बात को काट दिया. जिससे बाद वहां के पत्रकारों ने मुझसे कहा कि आपको उनकी पूरी बात सुननी चाहिए थी.

वैदिक की हाफिज से हुई मुलाकात ने विवाद का रुप ले लिया है. कांग्रेसी नेता राशिद अल्वी ने भी इस मुलाकात के बादु हुई बातचीत को सरकार के सामने रखने की मांग की है.

Next Article

Exit mobile version