गोडसे को देशभक्त बताकर फंसी साध्वी प्रज्ञा, मांगी माफी
भोपाल/नयीदिल्ली : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को बृहस्पतिवार को देशभक्त बताने के कुछ ही घंटे बाद भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने अपना विवादित बयान वापस लेते हुए देश के लोगों से माफी मांग ली. प्रज्ञा के प्रवक्ता एवं मध्य प्रदेश भाजपा नेता हितेश बाजपेयी ने बताया, […]
भोपाल/नयीदिल्ली : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को बृहस्पतिवार को देशभक्त बताने के कुछ ही घंटे बाद भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने अपना विवादित बयान वापस लेते हुए देश के लोगों से माफी मांग ली.
प्रज्ञा के प्रवक्ता एवं मध्य प्रदेश भाजपा नेता हितेश बाजपेयी ने बताया, प्रज्ञा जी ने अपने इस बयान के लिए माफी मांग ली है. जब उनसे सवाल किया गया कि क्या प्रज्ञा ने मध्यप्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह से माफी मांगी है, तो इस पर बाजपेयी ने कहा, यह मुद्दा नहीं है. उन्होंने माफी मांग ली है और अपना बयान वापस ले लिया है. देवास लोकसभा सीट पर 19 मई को होने वाले चुनाव के लिए पार्टी प्रत्याशी महेंद्र सोलंकी के समर्थन में आगर मालवा में रोडशो कर रही प्रज्ञा ने एक सवाल के जवाब में स्थानीय न्यूज चैनल से कहा, नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, हैं और रहेंगे. गोडसे को आतंकी बोलने वाले खुद के गिरेबान में झांककर देखें. अबकी बार चुनाव में ऐसा बोलने वालों को जवाब दे दिया जायेगा.
उक्त चैनल के पत्रकार ने प्रज्ञा से सवाल किया था कुछ दिन पहले कमल हासन ने गोडसे को देश का पहला हिंदू आतंकवादी कहा था, इस पर आपकी क्या प्रतिक्रिया है. मालूम हो कि कुछ दिन पहले मक्कल नीधि मैयम (एमएनएम) के संस्थापक एवं मशहूर अभिनेता कमल हासन ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के संदर्भ में विवादित बयान देते हुए कहा था कि ‘आजाद भारत का पहला चरमपंथी एक हिंदू था.’ प्रज्ञा वर्ष 2008 में हुए मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपी हैं और फिलहाल जमानत पर हैं. भोपाल लोकसभा सीट पर प्रज्ञा का मुख्य मुकाबला कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह से है. इस सीट पर 12 मई को मतदान हो चुका है और अब वह पार्टी के अन्य प्रत्याशियों के लिए प्रदेश में प्रचार कर रही हैं.
इससे पहले साध्वी प्रज्ञा के उक्त बयान पर भाजपा ने कहा था कि वह साध्वी प्रज्ञा के नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने संबंधी बयान से सहमत नहीं है और उन्हें सार्वजनिक रूप से इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए. भाजपा प्रवक्ता जीवी एल नरसिम्हा राव ने अपने बयान में कहा कि भाजपा उनके बयान से सहमत नहीं है और इसकी निंदा करती है और पार्टी उनसे स्पष्टीकरण मांगेगी. उन्होंने यह भी कहा कि प्रज्ञा सिंह ठाकुर को अपने इस बयान के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए.
दूसरी ओर कांग्रेस ने प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर तीखा हमला बोला और दावा किया इससे भगवा दल का हिंसक चेहरा सामने आ गया है. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि प्रज्ञा का बयान पूरे देश का अपमान है और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को माफी मांगनी चाहिए. सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, आज एक बात तो साफ हो गयी कि भाजपाई गोडसे के सच्चे वंशज हैं. हिंसा की संस्कृति और शहीदों का अपमान…, यह है भाजपाई डीएनए. उन्होंने दावा किया, भाजपा का हिंसक चेहरा बेनकाब हो गया. आज फिर बापू की विचारधारा पर भाजपाई प्रहार हुआ. प्रज्ञा ठाकुर ने गोडसे को देशभक्त बताकर पूरे देश का अपमान किया है. यह एक ऐसा अक्षम्य अपराध है जिसे देश कभी माफ नहीं कर सकता.