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एग्जिट पोल के नतीजों ने विपक्षी दलों की बेचैनी बढ़ायी, क्षेत्रीय दलों को साधने की जिम्मेदारी शरद पवार को, राहुल भी हुए एक्टिव
नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव में एनडीए की बंपर जीत का एलान कर रहे एग्जिट पोल के नतीजों ने विपक्षी दलों की बेचैनी बढ़ा दी है. केंद्र में सरकार बनाने के लिए सियासी हलचल तेज हो गयी है. सियासी गलियारों में सरगर्मी बढ़ गयी है. खासकर, विपक्षी खेमे में हलचल तेज है. तेदेपा प्रमुख नायडू […]
नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव में एनडीए की बंपर जीत का एलान कर रहे एग्जिट पोल के नतीजों ने विपक्षी दलों की बेचैनी बढ़ा दी है. केंद्र में सरकार बनाने के लिए सियासी हलचल तेज हो गयी है. सियासी गलियारों में सरगर्मी बढ़ गयी है. खासकर, विपक्षी खेमे में हलचल तेज है.
तेदेपा प्रमुख नायडू ने सोमवार को पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से मिले. दूसरी तरफ एनसीपी चीफ शरद पवार भी विपक्षी नेताओं को साधने के लिए एक्टिव हो चुके हैं.
उधर, कांग्रेस में भी परिणाम के बाद की स्थिति पर मंथन में जुटी है. पवार क्षेत्रीय दलों के नेताओं से संपर्क साध रहे हैं. माना जा रहा है कि अगर 23 मई को असल नतीजे थोड़े भी अलग होते हैं तो भाजपा को सरकार बनाने से दूर रखने के लिए विपक्षी दल साझा सरकार बनाने की रणनीति पर काम कर रहे हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मिलकर परिणाम के बाद की स्थिति पर बात कर रहे हैं. सोमवार सुबह अखिलेश यादव चुनाव में अपनी सहयोगी बीएसपी प्रमुख मायावती से मिलने पहुंचे. दोनों नेताओं ने करीब एक घंटे तक चर्चा की.
खबरों के मुताबिक एनसीपी चीफ पवार ओड़िशा के सीएम नवीन पटनायक के संपर्क में हैं. जबकि, भाजपा पहले से ही पटनायक पर सॉफ्ट रुख अपनाये हुए हैं. ऐसे में पवार का पटनायक से संपर्क में होने की खबरों ने सस्पेंस बढ़ा दिया है. सूत्रों के मुताबिक, पवार वाइएसआर नेता जगन मोहन रेड्डी के भी संपर्क में हैं. जगन और पटनायक का रुख अभी तक भाजपा के लिए सॉफ्ट रहा है.
भाजपा ने भी चुनाव प्रचार के दौरान इन दो नेताओं के प्रति नरम ही रुख ही अपनाया था. विपक्षी दलों को आस है कि 23 मई आने वाला चुनाव परिणाम अलग रहेगा. इसी के मद्देनजर वह रणनीति बनाने में जुटे हैं. विपक्षी नेताओं की कोशिश है कि अगर करीबी स्थिति बनती है तो उसमें यूपीए समेत तीसरे मोर्चे की संभावना पर भी विचार किया जाये.
नवीन पटनायक और जगन मोहन रेड्डी के संपर्क में हैं पवार, हर स्थिति के लिए रणनीति
यूपीए के साथ सरकार बना सकता है तीसरा मोर्चा
नयी दिल्ली. एग्जिट पोल के नतीजों के बाद विपक्षी दलों ने हर स्थिति के लिए प्लान बनाने का निश्चय किया है. इस बीच, ऐसी भी खबरें हैं कि अगर यूपीए गठबंधन नतीजों में पिछड़ती है तो तीसरे मोर्चे की कवायद को फिर शुरू किया जाये.
इस स्थिति में तीसरा मोर्चा कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए गठबंधन के साथ सरकार बनाने की कोशिश कर सकती है. तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर लगातार तीसरा मोर्च बनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं.
मायावती 23 मई तक देखो और इंतजार करो की नीति अपनायेंगी
लखनऊ. बसपा अध्यक्ष मायावती 23 मई को लोकसभा चुनाव के नतीजों तक ‘वेट एंड वाच’ नीति पर अमल करेंगी. सोमवार को उनके और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच करीब एक घंटे तक विचार विमर्श हुआ.
हालांकि, इस विचार-विमर्श में किन मुद्दों पर बात हुई इसके बारे में सही जानकारी तो नहीं लग पायी लेकिन ऐसे कयास लगाये जा रहे हैं कि दोनों नेताओं के बीच चर्चा का मुख्य मुददा एक्जिट पोल रहे होंगे. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि भविष्य में पार्टी की क्या रणनीति रहेगी इसका खुलासा चुनाव का अंतिम परिणाम आने के बाद ही किया जायेगा लेकिन तब तक बहन जी लखनऊ में ही रहेंगी.
विभिन्न एग्जिट पोल के नतीजों को गठबंधन की दोनों पार्टियों के नेता मानने को कतई तैयार नहीं हैं. एक अन्य नेता ने कहा कि हमें (सपा-बसपा-रालोद) 55 सीट से कम तो किसी भी हालत में नही मिलेंगी. गठबंधन ने बहुत अच्छा काम किया है और हम अस्सी में से साठ सीटों की उम्मीद कर रहे हैं. हम एग्जिट पोल से सहमत नहीं है.
चुनाव परिणाम आने के बाद वाम दल तय करेंगे आगे की रणनीति
एक्जिट पोल के नतीजों को वाम दलों ने खारिज करते हुए माकपा और भाकपा ने 23 मई को चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद आगे की रणनीति तय करने का फैसला किया है. माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा है कि चुनाव परिणाम आने के बाद ही विपक्ष का कोई सार्थक गठजोड़ आकार लेगा. चुनाव परिणाम से पहले चल रही सभी तरह की कोशिशें मात्र कोरी कवायद हैं.
विपक्षी मोर्चे के सवाल पर उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम आने के बाद ही सरकार के गठन को लेकर कोई पहल की जायेगी. एक बात स्पष्ट है कि धर्मनिरपेक्ष विचारों वाली वैकल्पिक सरकार बनने जा रही है. सरकार का क्या स्वरूप होगा, कौन इसे बनायेगा, ये सब बातें चुनाव के बाद तय होंगी.
विपक्ष ने एग्जिट पोल को बताया फर्जीवाड़ा, भाजपा बोली- राजग को मिलेगी ऐसी ही जीत
विपक्षी दलों ने सभी एग्जिट पोल में भाजपा-नीत राजग को बहुमत मिलने की संभावनाओं को सिरे से खारिज करते हुए इसे अटकल, फर्जीवाड़ा और जमीनी हकीकत से बहुत दूर बताया. वहीं, सत्तारूढ़ एनडीए का कहना है कि अंतिम परिणाम एग्जिट पोल से भी बेहतर होंगे.
केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने कहा कि अटकलों पर आधारित अटकल पर भरोसा करने की जरूरत नहीं है. राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि यह सिर्फ बाजार का दबाव है. समाजवादी नेता शरद यादव भी कुछ ऐसा ही सोचते हैं. तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि उसके अपने आकलन के अनुसार पार्टी फिर से पश्चिम बंगाल में सभी सीटों पर जीत दर्ज कर रही है.
प्रणव ने की चुनाव आयोग की प्रशंसा, कहा-शानदार तरीके से कराया चुनाव
पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने चुनाव आयोग की सोमवार को सराहना करते हुए कहा कि 2019 का लोकसभा चुनाव शानदार तरीके से संपन्न कराया गया. मुखर्जी का यह बयान ऐसे समय आया है जब विपक्षी दल लगातार चुनाव आयोग को निशाना बना रहे हैं.
मुखर्जी ने एक पुस्तक के विमोचन के मौके पर यहां कहा कि पहले चुनाव आयुक्त सुकुमार सेन के समय से लेकर मौजूदा चुनाव आयुक्तों तक संस्थान ने बहुत अच्छे से काम किया है. उन्होंने कहा कि कार्यपालिका तीनों आयुक्तों को नियुक्त करती है और वे अपना काम अच्छे से कर रहे हैं.
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