कर्नाटक में मंत्रिमंडल फेरबदल पर सिद्दरमैया ने कहा, केवल तीन पदों की वैकेंसी

बेंगलुरु/नयीदिल्ली : गठबंधन सरकार बचाने के लिए कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी द्वारा अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल किये जाने की रिपोर्टों के बीच जनता दल(एस)-कांग्रेस समन्वय समिति के प्रमुख सिद्दरमैया ने मंगलवार को कहा कि यह महज तीन खाली पदों को भरने के लिए विस्तार होगा. सिद्दरमैया ने मैसुरु में पत्रकारों से कहा, कोई फेरबदल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 28, 2019 5:51 PM

बेंगलुरु/नयीदिल्ली : गठबंधन सरकार बचाने के लिए कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी द्वारा अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल किये जाने की रिपोर्टों के बीच जनता दल(एस)-कांग्रेस समन्वय समिति के प्रमुख सिद्दरमैया ने मंगलवार को कहा कि यह महज तीन खाली पदों को भरने के लिए विस्तार होगा.

सिद्दरमैया ने मैसुरु में पत्रकारों से कहा, कोई फेरबदल नहीं होगा, यह एक तरह का विस्तार है. तीन पद खाली हैं. उन्हें भरने की योजना है. इन रिपोर्टों पर कि कुछ मंत्रियों को बागियों के लिए इस्तीफा देने के लिए कहा जा रहा है, इस पर उन्होंने कहा, मुझे इसकी जानकारी नहीं है. खबरों के अनुसार, कुछ मंत्रियों से बागी विधायकों का मार्ग प्रशस्त करने के लिए इस्तीफा देने के लिए कहा जा रहा है ताकि सरकार को सुरक्षित रखा जा सके. लोकसभा चुनाव में हार के बाद कर्नाटक मंत्रिमंडल की शुक्रवार को हुई बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की गयी. कांग्रेस विधायक दल की बुधवार को होने वाली बैठक और एआईसीसी महासचिव केसी वेणुगोपाल की मंगलवार शाम को कांग्रेस मंत्रियों की बैठक में भी यह मुद्दा उठ सकता है.

गठबंधन की सहमति के अनुसार, 34 मंत्रियों में से कांग्रेस और जद(एस) के क्रमश: 22 और 12 मंत्री हैं. अभी तीन पद खाली हैं जिनमें से दो जद(एस) और एक कांग्रेस के हिस्से में है. कांग्रेस के भीतर बढ़ते असंतोष के बीच गठबंधन नेताओं को डर है कि लोकसभा चुनाव के नतीजों से उत्साहित भाजपा कुछ विधायकों को खरीद सकती है. भाजपा ने लोकसभा चुनाव में राज्य की 28 में से 25 सीटों पर जीत दर्ज की है. बागी कांग्रेस विधायक रमेश जरकीहोली के रविवार को भाजपा प्रदेश प्रमुख बीएस येद्दयुरप्पा की मौजूदगी में यहां वरिष्ठ भाजपा नेता एसएम कृष्णा के आवास पर जाने से ये अटकलें और प्रबल हो गयी है. गठबंधन सहयोगी कांग्रेस और जद(एस) लोकसभा चुनावों में एक-एक सीट जीत पायी हैं. अपनी सरकार को बचाने की कोशिश में तुरंत हरकत में आते हुए कुमारस्वामी व्यक्तिगत रूप से बागी कांग्रेस विधायकों को शांत करने की कोशिश कर रहे हैं.

इस बीच, कर्नाटक में कांग्रेस-जद(एस) सरकार पर संकट की खबरों के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और राज्य प्रभारी केसी वेणुगोपाल बेंगलुरु पहुंच रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि ये दोनों वरिष्ठ नेता राज्य सरकार के मंत्रियों, वरिष्ठ नेताओं और विधायकों से मुलाकात कर संकट को दूर करने का प्रयास करेंगे. दरअसल, लोकसभा चुनाव से पहले ही भाजपा नेता कह रहे थे कि 23 मई के बाद कांग्रेस-जद(एस) की सरकार चली जायेगी. राज्य विधानसभा चुनाव में 225 विधानसभा सीटों में से भाजपा को 104, कांग्रेस को 78, जद(एस) को 37, बसपा कोएक और अन्य को तीन सीटों पर जीत मिली थी.

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