#ModiSarkar2/थावरचंद गहलोत ने वंचितों और निशक्त जनों को किया सशक्त
भोपाल : मध्यप्रदेश में भाजपा के अनुसूचित जाति के जाने-पहचाने चेहरे, पार्टी के पुराने वफादार और आरएसएस के कार्यकर्ता 71 वर्षीय थावरचंद गहलोत को लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में स्थान मिला है. 2014 में उन्हें कैबिनेट मंत्री के तौर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय का जिम्मा सौंपा गया था. इस […]
भोपाल : मध्यप्रदेश में भाजपा के अनुसूचित जाति के जाने-पहचाने चेहरे, पार्टी के पुराने वफादार और आरएसएस के कार्यकर्ता 71 वर्षीय थावरचंद गहलोत को लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में स्थान मिला है.
2014 में उन्हें कैबिनेट मंत्री के तौर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय का जिम्मा सौंपा गया था. इस दौरान गहलोत ने समाज के वंचित वर्ग और निशक्तजनों को सशक्त करने का कार्य किया और इनके कल्याण के लिए कई योजनाएं संचालित की. गहलोत का जन्म 18 मई 1948 को उज्जैन जिले की नागदा तहसील के रुपेटा गांव में हुआ. वह मध्यप्रदेश से वर्ष 2012 से राज्यसभा के सांसद हैं. गहलोत 1996 से 2004 तक चार बार शाजापुर लोकसभा क्षेत्र (वर्तमान में देवास लोकसभा क्षेत्र) से विजयी रहे हैं. वर्ष 2009 में वह कांग्रेस नेता और फिलहाल प्रदेश सरकार के मंत्री सज्जन सिंह वर्मा से लोकसभा चुनाव हार गये.
गहलोत भाजपा में संगठन के व्यक्ति माने जाते हैं. वह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के साथ-साथ कर्नाटक में भाजपा के प्रभारी महासचिव रहे. इसके साथ ही वह भाजपा के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के प्रमुख भी रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी के करीबी नेता माने जाने वाले गहलोत ने गुजरात में भी भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर काम किया है. वह भाजपा संसदीय बोर्ड के भी सदस्य हैं. मूलरूप से उज्जैन जिले के नागदा शहर से ताल्लुक रखने वाले गहलोत ने उज्जैन के विक्रम विश्वविद्यालय से स्नातक उपाधि हासिल की है. आपातकाल (1975-76) और 1968 से 1971 के बीच श्रमिकों के हित में आवाज उठाने के कारण गहलोत कई बार जेल भी गये.