पर्यावरण से जुड़ी समस्याओं के समाधान में युवाओं को मददगार बनायेंगे : बाबुल सुप्रियो
नयी दिल्ली : पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय में नवनियुक्त राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो ने पर्यावरण प्रदूषण की चुनौती से निपटने के लिए तकनीकी सहयोग सहित सभी संभव उपायों पर अमल का भरोसा जताया. साथ ही उन्होंने कहा कि पर्यावरण समस्याओं के समाधान में युवाओं की भी मदद ली जायेगी. व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए […]
नयी दिल्ली : पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय में नवनियुक्त राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो ने पर्यावरण प्रदूषण की चुनौती से निपटने के लिए तकनीकी सहयोग सहित सभी संभव उपायों पर अमल का भरोसा जताया. साथ ही उन्होंने कहा कि पर्यावरण समस्याओं के समाधान में युवाओं की भी मदद ली जायेगी.
व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए उनसे सुझाव लेकर उन पर विचार किया जायेगा. सुप्रियो ने शनिवार को मंत्रालय में कार्यभार संभालने के बाद कहा कि प्रदूषण, खासकर वाहन जनित वायु प्रदूषण सहित पर्यावरण संबंधी चुनौतियों पर वह अगले एक सप्ताह तक गहन अध्ययन करेंगे.
उन्होंने कहा, ‘मुंबई में पढ़ाई कर रही मेरी बेटी के व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से मुझे पिछले दो दिनों से पर्यावरण संरक्षण के बारे में रोचक सुझाव मिले हैं. इनमें समुद्र तटों को साफ करने, प्लास्टिक कचरे के निस्तारण और वाहन जनित प्रदूषण की रोकथाम सहित तमाम समस्याओं को लेकर सुझाव शामिल हैं. हमारा मंत्रालय सभी अच्छे सुझावों पर विचार कर इन्हें अमल में लाने का प्रयास करेगा.’
सुप्रियो ने कहा कि पर्यावरण की बेहतरी के लिए युवा वर्ग काम करने को उत्साहित हैं. युवा शक्ति को भी हम इस दिशा में मददगार बनायेंगे. उन्होंने कहा, ‘बतौर गायक, मैंने धरती, आकाश, वायु और अग्नि पर बहुत गाने गाये हैं. ये प्रकृति के बारे में सकारात्मक संदेश देते हैं. अब मुझे प्रकृति के संरक्षण से जुड़े मंत्रालय में काम करने का मौका मिला है, यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है.’
प्रदूषण खासकर वायु प्रदूषण के कारण दिल्ली की दूषित हवा को साफ करने की चुनौती से निपटने के सवाल पर सुप्रियो ने कहा, ‘नीति, नीयत और नेता, तीनों हमारे पास है. हम दिल्ली की आबो-हवा को साफ करने के लिए सभी संबद्ध राज्यों को साथ लेकर काम करेंगे. मैं स्वयं पिछले पांच साल से दिल्ली में रह रहा हूं और इस समस्या से वाकिफ हूं. इससे निपटने के लिए हम संजीदगी से काम करेंगे.’
जलवायु परिवर्तन की चुनौती से निपटने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘हमारे घर के रूप में पृथ्वी को हराभरा और सुंदर बनाने के लिए प्रकृति से जितना लो, उसे उतना ही वापस भी करना हम सबकी जिम्मेदारी है. जलवायु परिवर्तन के कारण तापमान में बढ़ोतरी, ओजोन की परत का क्षय और समुद्र तल में इजाफा जैसी चुनौतियों से निपटने में हमारा मंत्रालय किस प्रकार योगदान कर सकता है, हम इसका पूरा रोडमैप तैयार कर इसे अमल में लायेंगे.’ अगले सौ दिनों की कार्ययोजना के बारे में सुप्रियो ने कहा कि विस्तृत कार्ययोजना मिल गयी है. अधिकारियों के स्तर पर इस पर काम जारी है.