तप रहा है पूरा देश, 85 साल का टूटा रिकॉर्ड, बिहार-झारखंड समेत कई राज्यों में लू का कहर
नेशनल कंटेंट सेल-मौसम. देश के 10 राज्यों का तापमान 44 डिग्री के पार-50.8 डिग्री हुआ राजस्थान के चुरू का पारा देश में पड़ रही भीषण गर्मी ने रिकॉर्ड तोड़ने शुरू कर दिये हैं. देश के अधिकांश हिस्से लू की चपेट में हैं और गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. बीते चौबीस घंटे […]
नेशनल कंटेंट सेल
-मौसम. देश के 10 राज्यों का तापमान 44 डिग्री के पार
-50.8 डिग्री हुआ राजस्थान के चुरू का पारा
देश में पड़ रही भीषण गर्मी ने रिकॉर्ड तोड़ने शुरू कर दिये हैं. देश के अधिकांश हिस्से लू की चपेट में हैं और गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. बीते चौबीस घंटे में राजस्थान के चुरू में पारा 50.8 डिग्री और गंगानगर में 49.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो अब तक का सबसे अधिक अधिकतम तापमान है. इस गर्मी ने राजस्थान का 85 साल पुराना 50.0 डिग्री तापमान का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. मौसम विभाग ने राजस्थान के 27 जिलों में अगले तीन दिन के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है.
इतना ही नहीं, मई के आखिरी दिन देश के 10 राज्यों मध्यप्रदेश, यूपी, छत्तीसगढ़, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा ओर जम्मू-कश्मीर में पारा 44 डिग्री को पार कर गया. गुरुवार को इलाहाबाद में तापमान 48.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया. दिल्ली में भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों से ऊपर चढ़ता पारा शुक्रवार को 47 डिग्री पर जा पहुंचा. मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली में तीन जून तक तापमान 44-45 डिग्री सेल्सियस के आस-पास बना रहेगा यानी इस दौरान हीट वेव जारी रहेगी. मौसम विभाग ने अगले दो दिन के लिए हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब, पूर्वी यूपी और राजस्थान में येलो अलर्ट जारी किया है. इसके अलावा बिहार, झारखंड, कर्नाटक और महाराष्ट्र के कई हिस्सों में लू का कहर अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगा.
स्काइमेट ने बताया कि कोई मजबूत वेस्टर्न डिस्टर्बेंस अभी नहीं आ रहा है. पश्चिम से शुष्क हवा आ रही है और प्री-मॉनसून की घटनाएं भी पिछले पांच दिन से विकसित नहीं हो रही हैं. यही वजह है कि तापमान में तेजी से वृद्धि हो रही है. हवा में नमी की मात्रा काफी कम है. खुले में निकलने पर लू अधिक परेशान कर रही है. स्काइमेट के अनुसार, इस बार पारा पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ सकता है. छह जून तक राहत के आसार नहीं हैं.
मौसम विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट, ऐसे समझें
रेड अलर्ट : टेक एक्शन यानी बचाव की कार्रवाई करें
ऑरेंज अलर्ट : बी प्रिपेयर यानी तैयारियों के साथ रहें
येलो अलर्ट : बी अवेयर यानी जागरूक रहें
ग्रीन अलर्ट : नो वार्निंग यानी कोई चेतावनी नहीं
गया, नवादा, डालटनगंज और झारसुगुड़ा में अगले 24 घंटों में बारिश संभव
देश के पूर्वी भागों में चक्रवाती हवाओं का एक क्षेत्र विकसित होने के कारण गया, नवादा, डालटनगंज, झारसुगुड़ा, संबलपुर और पुरुलिया के कुछ हिस्सों में अगले 24 घंटों के दौरान वर्षा की संभावना है. इस प्रणाली से पूर्व-पश्चिमी ट्रफ रेखा अरुणाचल से होते हुए पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश तक फैला हुआ है. तटीय ओड़िशा और दक्षिणी तटीय गंगीय पश्चिम बंगाल में दक्षिणी हवाएं के कारण नमी बनी हुई है. स्काइमेट के अनुसार, पूर्वी दिशा से चलने वाली हवाओं के कारण उत्तरी और मध्य बिहार के कई हिस्सों में तापमान में गिरावट आ सकती है. जबकि, दक्षिण बिहार, झारखंड, ओड़िशा के आंतरिक भागों और बंगाल के पश्चिमी हिस्सों में तापमान अधिक रहेगा.
मध्य-दक्षिण भारत में होगी अच्छी बारिश, उत्तर में आयेगी कमी
नयी दिल्ली. भारतीय मौसम विभाग का अनुमान है कि इस बार मॉनसून मध्य और दक्षिण भारत में अच्छा रह सकता है. अल नीनो की मौजूदगी और मॉनसून के सामान्य रहने के संकेतों के बाद भी उत्तर भारत में सामान्य से कम बारिश हो सकती है. हालांकि, मध्य और दक्षिण भारत में अच्छी बारिश होने का अनुमान है. उत्तर भारत के साथ पूर्वी भारत में भी मॉनसून कमजोर रह सकता है. मौसम विभाग की ओर से मॉनसून को लेकर दूसरा पूर्वानुमान जारी किया गया है. मौसम विभाग के अनुसार, अल नीनो की उपस्थिति का असर मॉनसून के पहले आधे दौरान नजर आयेगा, लेकिन उसके बाद स्थिति में सुधार होने के संकेत हैं.
पूर्वानुमान
जुलाई महीने में मॉनसून पांच फीसदी रह सकता है कम
अगस्त में स्थिति ठीक होगी और यह घट कर एक फीसदी कम तक रह सकता है
अभी तक ऐसा लग रहा है कि अल नीनो की मौजूदगी के कारण मॉनसून पर काफी प्रभाव पड़ेगा. यह कमजोर और सामान्य से कम रह सकता है. अल नीनो का असर जैसे-जैसे मॉनसून सीजन आगे बढ़ेगा कम होता जायेगा.
डी शिवानंद पाई, मौसम वैज्ञानिक, आइएमडी
जैसलमेर- 47.2o
जयपुर- 45.2o
चूरू- 50.8o
जोधपुर- 44.7o
कोटा- 46.0o
बीकानेर- 47.9o
-राजस्थान के श्रीगंगानगर में पारा 49.6 डिग्री, 27 जिलों में रेड अलर्ट