पोलेंड की रहने वाली 11 साल की बच्ची एलिजा वानित्को ने मदद की आस में पीएम मोदी और विदेश मंत्री को एक पत्र लिखा है. एलिजा इस वक्त अपनी मां मारटा कोटलारस्का के साथ कंबोडिया में रह रही है. कुछ हफ्ते पहले तक गोवा ही उसके लिए घर था, लेकिन ओवरस्टे के कारण उसे और उसकी मां को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया. दोनों को भारत छोड़कर जाना पड़ा. अब एलिजा ने हस्तलिखित पत्र में पीएम मोदी और विदेश मंत्री को पत्र लिखकर गोवा लौटने की अनुमति की अपील की है. इस पत्र में उसने भगवान शिव के प्रति अपने प्यार, नालंदा देवी पर्वत और गोवा में गायों की सेवा करने की यादों के बारे में लिखा है. एलिजा की मां ने अपनी बेटी के इस पत्र को ट्विटर पर शेयर करते हुए प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर को टैग किया है.
https://twitter.com/KotlarskaMarta/status/1135059227678928896?ref_src=twsrc%5Etfw
पत्र में एलिजा ने लिखा- "मेरी मां 24 मार्च 2019 को भारत में फिर से प्रवेश नहीं कर सकीं, एक छोटी सी यात्रा के बाद और हमें ज्यादा दिनों तक रुकने के कारण ब्लैकलिस्ट कर दिया गया’. एलिजा ने आगे लिखा कि मैं अब अपनी मां के साथ हूं, लेकिन मुझे भारत में अपने जीवन की याद आती है. मैं भारत जानने वाली हर चीज से खुद को बहुत दूर महसूस करती हूं.
उसने लिखा कि भारतीय नहीं होने के बावजूद, वह इसे अपना घर कहती है. मुझे अपने स्कूल में पढ़ना है जो गोवा में है. मैं और मेरी मां भारत में वापस आकर अपनी पुरानी और खुशनुमा जिंदगी फिर से जीना चाहती है.एलिजा ने लिखा कि ऐसा लगता है जैसे सब कुछ बस फिर से बरबाद हो गया है. मैं शिव और नंदादेवी से हमारी मदद करने की प्रार्थना करती हूं और मैंने आपको ये पत्र लिखने का फैसला किया है क्योंकि आप सबसे शक्तिशाली व्यक्ति हैं जो हमें भारत, मेरे घर वापस आने में मदद कर सकते हैं. कृपया हमारी मदद करें. और हमें इस ब्लैकलिस्ट से हटा दें.
https://twitter.com/KotlarskaMarta/status/1135127069724069888?ref_src=twsrc%5Etfw
गौरतलब है कि एलिजा की मां मार्ता एक पोलिश कलाकार और फोटोग्राफर हैं, जो भारत में बी2बी वीजा पर रह रहीं थी. उन्हें उत्तराखंड में विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय द्वारा ज्यादा दिनों तक किसी गलतफहमी की वजह ज्यादा दिनों तक रुकने के लिए ब्लैकलिस्ट कर दिया गया था. वे भारतीय वीजा को रिन्यू कराने के लिए श्रीलंका गयीं थी, लेकिन भारतीय अधिकारियों द्वारा उन्हें वापस लौटने पर बेंगलुरू एयरपोर्ट से लौटा दिया गया