अल्पसंख्यक समुदायों की लड़कियों की शिक्षा सरकार की प्राथमिकता : नकवी
नयी दिल्ली : अल्पसंख्यक समुदायों की लड़कियों की शिक्षा को सरकार की प्राथमिकता बताते हुए केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को कहा कि देश के उन इलाकों में शैक्षणिक ढांचों का तीव्र गति से निर्माण होगा जहां लोग अपनी लड़कियों को स्कूल नहीं भेजते. अंत्योदय भवन में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के अधिकारियों […]
नयी दिल्ली : अल्पसंख्यक समुदायों की लड़कियों की शिक्षा को सरकार की प्राथमिकता बताते हुए केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को कहा कि देश के उन इलाकों में शैक्षणिक ढांचों का तीव्र गति से निर्माण होगा जहां लोग अपनी लड़कियों को स्कूल नहीं भेजते.
अंत्योदय भवन में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए नकवी ने उनसे सतर्क और सावधान रहने की अपील की ताकि सुनिश्चित हो सके कि विश्वास के राजमार्ग पर कोई स्पीड ब्रेकर नहीं लगे. मंत्री के हवाले से जारी बयान में बताया गया है, शिक्षा, रोजगार और सशक्तीकरण के मार्फत अल्पसंख्यकों का सामाजिक आर्थिक-शैक्षणिक सशक्तीकरण करना हमारा लक्ष्य है और इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए हम कड़ी मेहनत करेंगे. बैठक में उन्होंने कहा, विकास के राजमार्ग पर विश्वास की गाड़ी को तेज करने के लिए अगले पांच वर्षों तक हमारी प्राथमिकता हर जरूरतमंद की जिंदगी में खुशी और समृद्धि लाना है. बैठक में अल्पसंख्यक मामलों के राज्यमंत्री किरण रिजिजू भी मौजूद थे.
नकवी ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों की शिक्षा प्रोत्साहित करने के लिए पूरे देश में पढ़ो-बढ़ो अभियान की शुरुआत की जायेगी. उन्होंने कहा कि देश के उन इलाकों में शैक्षणिक ढांचे में तीव्र विकास किया जायेगा जहां लोग सामाजिक आर्थिक कारणों से अपनी लड़कियों को स्कूल नहीं भेजते हैं. नकवी ने कहा, हमारा लक्ष्य अगले पांच वर्षों में पांच करोड़ छात्रों को प्रधानमंत्री छात्रवृत्ति प्रदान करना है जिसमें 50 फीसदी लड़कियां शामिल होंगी. उन्होंने कहा कि कारीगरों और शिल्पियों को बाजार और रोजगार के अवसर मुहैया कराने के लिए देश भर में 100 ‘हुनर हाट’ लगाये जायेंगे.