नयी दिल्ली : पाकिस्तान में जमाद-उद-दावा के प्रमुख हाफिज सईद और भारत के वरिष्ठ पत्रकार वेद प्रताप वैदिक की मुलाकात के बाद देश में भुचाल आ गया है. संसद से लेकर सड़क तक लोग वैदिक का विरोध कर रहे हैं. विपक्ष जहां वैदिक की हाफिज से भेंट को नरेंद्र मोदी सरकार की सोची-समझी कार्रवाई बता रही है, तो केंद्र सरकार इस मामले में अपने को साफ पाक बता रही है.
संसद में कल इस मामले को लेकर काफी हंगामा हुआ. विपक्ष ने वैदिक मुद्दे को लेकर सरकार को घेरने का काफी प्रयास किया. इधर इस मामले में भाजपा की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने भी वैदिक मामले में बयान दिया है. शिवसेना ने वेद प्रताप वैदिक और मोस्ट वांटेड हाफिज सईद की मुलाकात का घोर निंदा की है. शिवसेना ने वैदिक पर हमला बोलते हुए उनकी तुलना कसाब के साथ कर दी.
भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने आतंकी हाफिज सईद से मुलाकात करने वाले वरिष्ठ पत्रकार वेद प्रताप वैदिक के खिलाफ कार्रवाई के लिए मोदी सरकार पर दबाव बनाते हुए आज कहा कि केंद्र सरकार इस मामले में अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकती.
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में कहा, सिर्फ यह कहना काफी नहीं है कि सरकार का इस मुलाकात से कुछ लेना-देना नहीं है. अगर कांग्रेस की सरकार होती और कोई पत्रकार हाफिज अथवा दाउद इब्राहीम से मिलता तो भाजपा, सरकार पर हमले करती.
पार्टी ने कहा, परंतु आज हम सत्ता में हैं. इसलिए सिर्फ यह कहने से कुछ नहीं होगा कि इस मुलाकात से हमारा कोई लेना-देना नहीं है. जरुरत यह है कि इस मुद्दे की तह तक जाएं. भाजपा की इस गठबंधन सहयोगी ने कहा, कोई हिंदू-मुस्लिम भेदभाव नहीं होना चाहिए क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है. अगर पत्रकार को छोड़ दिया जाएगा तो कल कोई जाएगा और दाउद के साथ बिरयानी का मजा लेगा.
उसने कहा, मोदी सरकार ने अच्छी शुरुआत है. उसे किसी एक व्यक्ति के दुस्साहस के कारण परेशानी का सामना नहीं करना चाहिए. यह अच्छी बात है कि विदेश मंत्री ने इस मुलाकात की संसद में निंदा की है. शिवसेना ने कहा कि देश के दुश्मन सईद से मिलना राष्ट्रद्रोह है और सरकार को इस पत्रकार के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.
उसने सवाल किया कि वैदिक को भारत की संप्रभुता और अखंडता से जुडे मुद्दों पर टिप्पणी करने का अधिकार किसने दिया ? शिवसेना ने कहा, हम पाकिस्तान सरकार और आईएसआई के व्यवहार से हैरान हैं. आम भारतीयों को वीजा देने से इंकार करने वाली पाकिस्तान सरकार वैदिक को लेकर इतनी मेहरबान कैसे हो गई. वरिष्ठ पत्रकार वैदिक ने गत 2 जुलाई को लाहौर में मुंबई हमलों के साजिशकर्ता हाफिज सईद से मुलाकात की थी.