क्या सत्ता का केंद्र बनते हैं शाकाहारी?

पिछले कई वर्षों से लोगों की लाइफस्टाइल में काफी परिवर्तन आया है. लोग प्रगतिशील विचारों को अपना रहे हैं. कई नयी विचारधाराएं भी सामने आ रही हैं. इसी क्रम में एक नया चलन डेवलप हुआ है मांसाहार को त्याग कर शाकाहार को अपनाने का. शाकाहार को बढ़ावा देने के लिए विगत कुछ वर्षों से कई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2014 12:25 PM

पिछले कई वर्षों से लोगों की लाइफस्टाइल में काफी परिवर्तन आया है. लोग प्रगतिशील विचारों को अपना रहे हैं. कई नयी विचारधाराएं भी सामने आ रही हैं. इसी क्रम में एक नया चलन डेवलप हुआ है मांसाहार को त्याग कर शाकाहार को अपनाने का.

शाकाहार को बढ़ावा देने के लिए विगत कुछ वर्षों से कई अभियान भी चलाये गये हैं. मेनका गांधी ने तो इसके खिलाफ वर्षों से आवाज बुलंद कर रखी है.शाकाहार के प्रति लोगों के बढ़ते प्रेम के बीच एक चीज जो चौंकाने वाली है, वह यह है कि शाकाहार से लोगों के स्वास्थ्य में कितना अंतर पड़ता है, यह तो विश्लेषण का विषय है, लेकिन यह देखा गया है कि शाकाहारी लोग सत्ता के केंद्र बनते हैं और सफलता की सीढ़ी जल्दी चढ़ते हैं.

वैसे भी अभी सावन का महीना चल रहा है. यह माह भगवान शंकर को समर्पित है. ऐसी मान्यता है कि इसी माह में भगवान शंकर ने समुद्र मंथन से निकले हलाहल विष को पीया था. इस विष के पान से उनके शरीर में भयंकर ताप उत्पन्न हो गया था. इसलिए लोग उनका जलाभिषेक करके उन्हें ठंडक पहुंचाने की कोशिश करते हैं. इस माह में लोग भगवान शंकर के नाम पर शाकाहारी भी हो जाते हैं, तो आइए जानें उन शाकाहारियों के बारे में जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में सफलता के झंडे गाड़े.

मोहनदास करमचंद गांधी : महात्मा गांधी भारत के ऐसे महान नेता थे, जिन्होंने अपने आंदोलनों से अंग्रेज सरकार की नींव हिला दी थी और उन्हें मजबूर कर दिया था कि वे भारत छोड़कर जायें. महात्मा गांधी के विचार और कथन आज हमारे लिए आदर्श बन चुके हैं. उनके बारे में यह कहा जाता है कि भावी पीढ़ी शायद यह न मानें कि ऐसा कोई व्यक्ति जन्मा भी होगा.

एडल्फ हिटलर : विश्व के मशहूर तानाशाह हिटलर भी शाकाहारी थे. भले ही वे एक तानाशाह थे, लेकिन उनकी दृढ़इच्छा शक्ति और निर्णय लेने की क्षमता जैसे गुणों का लोहा पूरा विश्व मानता है.

एपीजे अब्दुल कलाम : भारत के 11वें राष्ट्रपति और मिसाइल मैन कलाम अहिंसा और सादा जीवन में विश्वास करते हैं. यही कारण है कि उन्होंने शाकाहार को अपनाया. एक राष्ट्रपति और वैज्ञानिक के रूप में उन्होंने अपनी अद्भुत छाप छोड़ी है.

नरेंद्र मोदी : नरेंद्र मोदी बचपन से ही शाकाहारी हैं. उनका प्रिय भोजन खिचड़ी है और वे साग भी खाना पसंद करते हैं. नरेंद्र मोदी ने जिस तरह अपने जीवन में सफलता की सीढि़या चढ़ी, वह किसी भी व्यक्ति के लिए प्रेरणा बन सकती है.

अमिताभ बच्चन : बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन भी शाकाहारी हैं, हालांकि वे बचपन से शाकाहारी नहीं थे, लेकिन उन्होंने शाकाहार को अपनाया और यह माना कि शाकाहारी भोजन करने से संतुष्टि मिलती है.

विद्या बालन : बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री विद्या बालन भी शाकाहारी हैं. इन्होंने अपनी अभिनय क्षमता से इंडस्ट्री में अपनी धाक जमायी और बिना हीरो के फिल्में हिट करवायीं.

मार्टिना नवरातिलोवा : चेक-अमेरिकी टेनिस खिलाड़ी मार्टिना अपने जमाने में सर्वाधिक ग्रेंड स्लैम जीतने का रिकॉर्ड बनाया था और उनकी शानदार और दमदार शॉट का जवाब देने में अच्छे-अच्छे खिलाडि़यों के पसीने छूट जाते थे.

Next Article

Exit mobile version