नयी दिल्ली :दिल्ली में भाजपा की सरकार बनाने की कवायत तेज हो गयी है. कल बीजपी द्वारा सरकार बनाने की अटकलों से किनारा करने के बाद आज बीजेपी के एक विधायक रामबीर विधूडी ने दावा किया है कि भाजपा दिल्ली में सरकार बनाने जा रही है और उसके पास सरकार बनाने के लिए पर्याप्त आंकडे हैं.
यदि उप राज्यपाल हमें बुलाते हैं, तब देखेंगे. हालांकि पार्टी के विचारों को मीडिया के समक्ष सार्वजनिक करना उनके लिए सही नहीं होगा दिल्ली के भाजपा सांसदों से मुलाकात के बाद उपाध्याय पार्टी विधायकों से भी मिले. दिल्ली में दिसंबर, 2013 में विस चुनाव हुए थे, जिनमें केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने शानदार प्रदर्शन कर 28 सीटें हासिल की थीं, और सत्ता में लौटने के प्रति आश्वस्त दिख रही भाजपा को बहुमत से पहले 32 सीटों पर रोक दिया था.
इसी कारण भाजपा को सरकार बनाने की कोशिश से बाज आना पड़ा था. जद्दोजहद के बाद केजरीवाल ने कांग्रेस के आठ विधायकों के बिना शर्त समर्थन से सरकार बनायी थी. सिर्फ 49 दिन सरकार में रहने के बाद केजरीवाल की सरकार ने इस्तीफा दे दिया था.
जोड़-तोड़ की कोशिश : केजरीवाल
इस बीच सरकार गठन की संभावनाओं के बीच ‘आप’ ने विधायकों की सौदेबाजी करने का आरोप लगाया. पार्टी ने इस विधानसभा को भंग करने की मांग की. इससे पूर्व ‘आप’ के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एक रिकॉर्ड संदेश में कहा था, भाजपा ने कई विधायकों को 20-20 करोड़ रु पये की पेशकश कर घटिया और अनैतिक तरीकों से सरकार गठन की कोशिश कर रही है. क्या यह लोकतंत्र है? इस पर दिल्ली भाजपा के उपाध्यक्ष उपाध्याय ने कहा कि केजरीवाल दिल्ली की जनता को गुमराह करते हैं. वे क्या बोलते हैं और कब पलट जाते हैं, यह बताना जरूरी नहीं है.