अहमदाबाद/नयी दिल्ली : गुजरात तट की ओर बढ़ रहे चक्रवात ‘वायु’ को लेकर थोड़ी राहत की खबर है. मौसम विभाग ने गुरुवार को बताया कि चक्रवात ‘वायु’ ने अपना रास्ता बदल लिया है और अब इसके गुजरात तट से टकराने की संभावना नहीं है, लेकिन इसके प्रभाव के चलते राज्य के कई तटीय जिलों में भारी बारिश होगी. गुजरात सरकार ने तटीय जिलों में निचले इलाकों और कच्चे मकानों में रह रहे तीन लाख से अधिक लोगों को एहतियात के तौर पर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है.
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम राजीवन ने कहा कि ‘‘इसके (चक्रवात वायु के) तट से टकराने की संभावना नहीं है. यह केवल तट के किनारे से गुजरेगा. इसके मार्ग में हल्का बदलाव आया है. लेकिन, इसका प्रभाव वहां होगा, तेज हवाएं चलेंगी और भारी बारिश होगी.”
मौसम विज्ञान विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक देवेंद्र प्रधान ने बताया कि चक्रवात समुद्र में रहेगा और गुजरात तट के किनारे-किनारे गुजरेगा. प्रधान ने कहा कि इसने थोड़ा सा पश्चिम की तरफ रुख कर लिया है. यह गुजरात तट के किनारे-किनारे गुजरेगा. पहले ऐसा पूर्वानुमान था कि चक्रवात बृहस्पतिवार अपराह्न तक गुजरात तट से टकराएगा.
मौसम विभाग की अतिरिक्त महानिदेशक मनोरमा मोहंती ने अहमदाबाद में पत्रकारों से कहा कि चक्रवात की दिशा ‘‘मामूली सी” बदल गयी है. उन्होंने कहा कि ‘‘अत्यंत भीषण चक्रवात ‘वायु’ सौराष्ट्र तट पर नहीं टकराएगा, लेकिन यह तट के किनारे से गुजरेगा और गिर सोमनाथ, जूनागढ़, पोरबंदर, देवभूमि द्वारका जिलों तथा केंद्र शासित क्षेत्र दीव को प्रभावित करेगा.” मोहंती ने कहा कि ‘‘चक्रवात का आंतरिक हिस्सा गुजरात में प्रवेश नहीं करेगा, लेकिन आधा चक्रवात, इसकी बाहरी परिधि राज्य में प्रवेश करेगी और तटीय क्षेत्रों को प्रभावित करेगी.”
चक्रवात चेतावनी प्रभाग ने सुबह साढ़े आठ बजे के बुलेटिन में कहा कि ‘‘काफी संभावना है कि यह कुछ समय तक उत्तर-उत्तर पश्चिमी दिशा की तरफ चलेगा और फिर उत्तर पश्चिमी दिशा में सौराष्ट्र तट के किनारे से गुजरेगा जिससे गिर सोमनाथ, दीव, जूनागढ़, पोरबंदर और देवभूमि द्वारका प्रभावित होंगे. इस दौरान 135 से 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी जो 13 जून को दोपहर बाद 160 किलोमीटर प्रति घंटे रफ्तार की हवाओं में तब्दील हो सकती हैं.” मोहंती ने कहा कि ‘‘यद्यपि, यह नहीं टकराएगा, लेकिन यह नुकसान कर सकता है और बारिश, बंदरगाह, मछुआरों संबंधी सभी चेतावनी जस की तस हैं.”
इस संबंध में एक अधिकारी ने कहा कि गुजरात सरकार ने तटीय जिलों में निचले इलाकों और कच्चे मकानों में रह रहे तीन लाख से अधिक लोगों को एहतियात के तौर पर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है. बंदरगाहों और हवाईअड्डों पर परिचालन तथा बस और ट्रेन सेवाएं स्थगित कर दी गयी हैं. तटरक्षक बल, सेना, नौसेना, वायुसेना और सीमा सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर हैं. तटीय जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की लगभग 52 टीम और सेना की 11 टुकड़ी (प्रत्येक टुकड़ी में करीब 70 सैनिक) तैनात की गयी हैं. इसके अलावा सेना की 24 टुकड़ी किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए रिजर्व रखी गयी हैं.
चक्रवात की चेतावनी के बावजूद क्रूज शिप के परिचालन पर जीटीडीसी ने मांगी रिपोर्ट
पणजी: गोवा पर्यटन विकास निगम (जीटीडीएस) ने चक्रवात वायु के कारण राज्य के तटीय इलाकों में खराब मौसम की चेतावनी जारी होने के बावजूद मंडोवी नदी में कुछ क्रूज पोतों का संचालन जारी रहने पर रिपोर्ट मांगी हैं. यह नदी अरब सागर के पास है. जीटीडीएस के अध्यक्ष दयानंद सोप्ते ने यहां बुधवार को संवादाताओं से कहा कि जीटीडीसी को शिकायत मिली है कि कुछ क्रूज पोत का संचालन समुद्र के निकट हो रहा है. उन्होंने कहा कि ‘‘चेतावनी के बावजूद कुछ क्रूज पोत का संचालन नदी में हो रहा है. मैंने संबंधित अधिकारियों से दो दिन में यह रिपोर्ट देने को कहा है कि कैसे क्रूज पोत को जेट्टी से उतरने और पानी में जाने की इजाजत दी गयी.’ गौरतलब है कि पणजी शहर की सैंटा मोनिका जेट्टी से विभिन्न क्रूज पोत पर्यटकों को मनोरम मंडोवी नदी में सैर के लिए ले जाते हैं.
रेलवे ने रद्द कीं 77 ट्रेनें, 33 अन्य आंशिक रूप से रोकी गईं
रेलवे ने चक्रवात ‘वायु’ के चलते 77 ट्रेनों को रद्द कर दिया है. इसके अलावा 33 अन्य ट्रेनें आंशिक रूप से रोक दी गयी हैं. यह जानकारी गुरुवार को पश्चिमी रेलवे ने दी. यद्यपि, चक्रवात ने अपना रास्ता बदल लिया है और अब गुजरात तट से इसके टकराने की संभावना नहीं है, लेकिन फिर भी एहतियात के तौर पर ये ट्रेनें रद्द की गई हैं. रेलवे ने कहा कि गुजरात को लेकर चक्रवात वायु के संबंध में जारी अलर्ट पर विचार करते हुए पश्चिमी रेलवे ने चक्रवात जोखिम वाले क्षेत्रों में एहतियात के तौर पर 77 प्रमुख ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह और 33 अन्य प्रमुख ट्रेनों का परिचालन आंशिक रूप से रोकने का फैसला किया है. इसके अतिरिक्त, पश्चिमी रेलवे अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले वेरावल, ओखा, पोरबंदर, भावनगर, भुज और गांधीधाम में चक्रवात जोखिम वाले क्षेत्रों में यात्रियों की सुरक्षा के लिए ऐहतियातन विभिन्न सुरक्षा कदम उठा रहा है. वेरावल-अमरेली, अमरेली-जूनागढ़, देलवाडा-वेरावल ट्रेनों को बुधवार और गुरुवार के लिए रद्द किया गया है. पश्चिमी रेलवे ने विशेष राहत ट्रेनें चलाने का भी फैसला किया है.
बंद नहीं है सोमनाथ मंदिर
चक्रवात के दौरान सोमनाथ मंदिर बंद न रहने पर गुजरात मंत्री भूपेंद्र सिंह चूड़ासामा ने कहा कि मंदिर बंद नहीं हो सकते. हमने पर्यटकों से आग्रह किया है कि वे मंदिर में न आएं लेकिन कई सालों से मंदिर में आरती होती आ रही है. इसे रोका नहीं जा सकता. उन्होंने कहा कि ये कुदरत की आफत है, कुदरत ही रोक सकती है तो कुदरत को हम क्या रोकें…
-सुरक्षा की कामना
वायु चक्रवात से प्रभावित लोगों के लिए प्रार्थना और उनकी सुरक्षा के लिए कामना करता हूं. सरकार और स्थानीय प्रसाशन साइक्लोन से जुड़ी हर सूचना लोगों तक पहुंचाई जा रही है. मुझे उम्मीद है कि प्रभावित इलाके में रहने वाले लोग इसे फॉलो करें.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी