राजस्थान : बाड़मेर में रामकथा के दौरान आंधी-तूफान में गिरा पंडाल, 14 लोगों की मौत, PM ने जताया शोक

मृतक के परिजनों को 5-5 लाख और घायलों को 2-2 लाख आर्थिक सहायता की घोषणा जयपुर : राजस्थान के बाड़मेर जिले में रविवार को एक धार्मिक आयोजन के दौरान पंडाल गिरने से तीन महिलाओं सहित 14 श्रद्धालुओं की मौत हो गयी. हादसे में लगभग 50 लोग घायल हुए हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हादसे की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 23, 2019 5:44 PM

मृतक के परिजनों को 5-5 लाख और घायलों को 2-2 लाख आर्थिक सहायता की घोषणा

जयपुर : राजस्थान के बाड़मेर जिले में रविवार को एक धार्मिक आयोजन के दौरान पंडाल गिरने से तीन महिलाओं सहित 14 श्रद्धालुओं की मौत हो गयी. हादसे में लगभग 50 लोग घायल हुए हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हादसे की जांच का आदेश दिया है तथा मृतकों के परिजन को 5-5 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अनेक नेताओं ने हादसे पर शोक व्यक्त किया है.

रविवार अपराह्न यह हादसा उस समय हुआ जब बालोतरा कस्बे के पास जसोल धाम में एक स्कूल में कथा चल रही थी. तभी अंधड़ और बारिश के बीच पंडाल नीचे श्रद्धालुओं पर आ गिरा. सैंकड़ों श्रद्धालुओं को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला व वह नीचे दब गये. बालोतरा सीमावर्ती बाड़मेर जिले का एक कस्बा है.

बालोतरा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रतन लाल भार्गव ने कहा, ’14 व्यक्तियों की मौत हुई है और लगभग 50 अन्य घायल हुए हैं.’ घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान जसोल के तत्वाधान में आयोजित यह रामकथा एक स्कूल में चल रही थी. कथाकार मुरलीधर महाराज कथा कर रहे थे इसी दौरान बारिश और तेज अंधड़ शुरू हो गया. अंधड़ इतना तेज था कि पूरा टेंट हवा में लहराने लगा.

कथावाचक ने लोगों को आगाह करते हुए बाहर निकलने को कहा था लेकिन कुछ ही सेकंड में पूरा टेंट नीचे आ गिरा. सैकड़ों श्रद्धालु नीचे दब गये. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार टेंट के लोहे के खंबों में बिजली का करंट भी दौड़ गया लेकिन स्थानीय लोगों ने जैसे तैसे कर घायलों को निकाला और अस्पताल पहुंचाया.

मुख्यमंत्री गहलोत ने हादसे पर संवेदना व्यक्त करते हुए जोधपुर के संभागीय आयुक्त बी.एल. कोठारी को घटना की जांच के निर्देश दिये हैं. गहलोत ने हादसे की जानकारी मिलते ही प्रशासन, पुलिस, आपदा प्रबंधन व चिकित्सा अधिकारियों को राहत व बचाव कार्य तथा उपचार के लिए उचित निर्देश दिये. उन्होंने हादसे में मारे गये लोगों के आश्रितों को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता राशि देने के निर्देश दिये हैं.

हादसे में घायलों को भी अधिकतम दो लाख रुपये की सहायता राशि दी जायेगी. गहलोत ने कहा कि संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार पीड़ितों के साथ है और उनकी हरसंभव मदद की जायेगी. मुख्यमंत्री ने रविवार शाम मुख्यमंत्री कार्यालय में उच्चाधिकारियों के साथ हुई आपात बैठक में जसोल में हुए हादसे के बाद राहत व बचाव कार्यों की समीक्षा की.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया शोक

प्रधानमंत्री मोदी ने घटना पर खेद जताते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई है. प्रधानमंत्री कार्यालय के ट्विटर हैंडल के जरिए उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य की प्रार्थना की है. उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सहित अनेक नेताओं ने भी हादसे पर खेद जताया है. जैसलमेर बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र से सांसद व केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने हादसे पर खेद जताया है. चौधरी अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम छोड़कर दिल्ली से जोधपुर आ रहे हैं. वह कल प्रभावित परिवारों से मिलेंगे.

मृतकों में इनके नाम हैं शामिल

हादसे में मरने वालों में देवीलाल (बालोतरा), सुंदरदेवी निवासी जसोल, जबरसिंह (बालोतरा), केवलदास संत, पेमाराम, चंपालाल निवासी मूंगड़ा, अविनाश व्यास जोधपुर, इंदरसिंह जागसर, सांवलदास जसोल, मालसिंह अजमेर, रमेश कुमार जसोल, नेनूदेवी जसोल, जितेंद्र पारलू व नारंगी पत्नी जोगाराम पारलू है.

Next Article

Exit mobile version