15.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

12वीं पास साइबर अपराधी ने 25000 से अधिक विदेशी नागरिकों को लगाया 5 करोड़ का चूना

नयी दिल्ली : अहमदाबाद क्राइम ब्रांच साइबर सेल (Cyber Cell) ने शनिवार को एक साइबर अपराधी (Cyber Criminal) को गिरफ्तार किया है, जो सिर्फ 12वीं पास है. लेकिन उस शातिर अपराधी ने लगभग 40 देशों के 25,000 से अधिक विदेशी नागरिकों को निशाना बनाया है. टाइम्स नाउ की खबर के मुताबिक आरोपी की पहचान हर्षवर्धन परमार के रूप में हुई है, जो पुलिस की गिरफ्त में आने से पहले वह एक शानदार जीवन शैली गुजार रहा था.

नयी दिल्ली : अहमदाबाद क्राइम ब्रांच साइबर सेल (Cyber Cell) ने शनिवार को एक साइबर अपराधी (Cyber Criminal) को गिरफ्तार किया है, जो सिर्फ 12वीं पास है. लेकिन उस शातिर अपराधी ने लगभग 40 देशों के 25,000 से अधिक विदेशी नागरिकों को निशाना बनाया है. टाइम्स नाउ की खबर के मुताबिक आरोपी की पहचान हर्षवर्धन परमार के रूप में हुई है, जो पुलिस की गिरफ्त में आने से पहले वह एक शानदार जीवन शैली गुजार रहा था.

रिपोर्ट के अनुसार, 21 वर्षीय युवक नारायण नगर में रहने वाले एक दिहाड़ी मजदूर का बेटा है और उसकी मां एक नगरपालिका अस्पताल में दाई का काम करती है. एक शानदार जीवन शैली के लिए और आसान पैसा कमाने के लिए लड़का ‘डार्क वेब’ कास्ट करता है. उन्होंने दूसरों के क्रेडिट और डेबिट कार्ड का इस्तेमाल 5 करोड़ रुपये के सामान की खरीदारी के लिए किया, जिसे उसने फिर बाद में नकद में बेच दिया.

Also Read: Cyber Crime In Jharkhand : 14 लाख रुपये से अधिक कैश के साथ जामताड़ा से साइबर अपराधी अरेस्ट

पुलिस ने तीन महीने पहले अहमदाबाद के इसानपुर क्षेत्र के रहने वाले एक लड़के को गिरफ्तार किया था. केवल 100 दिनों में इस आरोपी ने 25,000 से अधिक लोगों से 5 करोड़ रुपये की ठगी की. मामले की जांच कर रही टीम के मुताबिक, लड़के की मुलाकात पाकिस्तानी नागरिक जिया मुस्तफा से हुई जिसने उसे कार्ड धोखाधड़ी के बारे में सिखाया और रूसी हैकर्स की मदद से वह क्रेडिट और डेबिट कार्ड का विवरण प्राप्त करता था.

रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि परमेर उन देशों के लोगों को टारगेट करता था जो ग्राहकों को डिजिटल ट्रांजैक्शन के लिए ओटीपी नहीं भेजते थे. अहमदाबाद क्राइम ब्रांच के साइबर सेल के इनपुट्स के आधार पर, टीम को पता चला कि अहमदाबाद का कोई व्यक्ति डार्क वेब तक पहुंचने के लिए पारंपरिक इंटरनेट सेवा को दरकिनार कर रहा था.

मामले की जांच कर रही टीम ने परमेर को पकड़ने के लिए जाल बिछाया जब उसने अपने घर के पास एक जगह पर 30 रेफ्रिजरेटर का ऑर्डर दिया. रिपोर्ट के मुताबिक, जालसाज ने हजारों विदेशियों को ठगकर प्रीमियम सामान और सेवाओं की खरीदारी की. मामले की जांच कर रहे एक वरिष्ठ अधिकारी ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा कि आरोपी ने कार्डधारक के खाते में राशि और बैंक किस देश में स्थित था, के आधार पर 10 डॉलर (लगभग 750 रुपये) और 100 डॉलर (लगभग 7,500 रुपये) के बीच रूसी हैकर्स को भुगतान किया.

Posted By: Amlesh Nandan.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें