राहुल गांधी के समर्थन में कई और नेताओं ने दिया इस्तीफा
नयी दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे पर अड़े होने की पृष्ठभूमि में शनिवार को पार्टी के कई और नेताओं ने गांधी के प्रति समर्थन जताते हुए अपने पदों से इस्तीफा दिया. इससे पहले शुक्रवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कई सचिवों, कई राज्य इकाइयों के पदाधिकारियों और युवा कांग्रेस एवं महिला […]
नयी दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे पर अड़े होने की पृष्ठभूमि में शनिवार को पार्टी के कई और नेताओं ने गांधी के प्रति समर्थन जताते हुए अपने पदों से इस्तीफा दिया. इससे पहले शुक्रवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कई सचिवों, कई राज्य इकाइयों के पदाधिकारियों और युवा कांग्रेस एवं महिला कांग्रेस के कई पदाधिकारियों ने इस्तीफे दे दिए अथवा इस्तीफे की पेशकश की.
सूत्रों के मुताबिक शनिवार को पार्टी के किसान प्रकोष्ठ के प्रमुख नाना पटोले ने गांधी को अपना इस्तीफा भेजा और अपने तहत संगठन को भंग कर दिया. उधर, पार्टी के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया ने भी गांधी के प्रति समर्थन जताते हुए इस्तीफे की पेशकश की है. कांग्रेस के सचिव और राजस्थान के सह प्रभारी तरुण कुमार ने भी इस्तीफा दिया है.
प्रताप सिंह बाजवा ने पार्टी के विदेश मामलों के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. कई और लोगों के भी इस्तीफे की खबर है. दिल्ली कांग्रेस के नेता राजेश लिलोठिया, युवा कांग्रेस और महिला कांग्रेस के कुछ पदाधिकारियों ने गांधी के समर्थन में इस्तीफा देने को लेकर हस्ताक्षर मुहिम शुरू की है.
सूत्रों के मुताबिक इस पर कई पदाधिकारियों ने हस्ताक्षर किए हैं जिनमें ज्यादातर कनिष्ठ लोग शामिल हैं. इन इस्तीफों के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि अपनी भावना प्रकट करने का सबका अपना तरीका है, लेकिन मकसद एक है कि गांधी अध्यक्ष बने रहें. सबसे पहले बृहस्पतिवार रात पार्टी के विधि विभाग के प्रमुख विवेक तन्खा ने सार्वजनिक तौर पर अपने इस्तीफे की घोषणा की थी.
उन्होंने कहा था कि सभी नेताओं को अपने पद छोड़ देने चाहिए ताकि राहुल गांधी अपनी नई टीम बना सकें. गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद 25 मई को हुई पार्टी कार्य समिति की बैठक में राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की थी.
हालांकि कार्य समिति के सदस्यों ने उनकी पेशकश को खारिज करते हुए उन्हें आमूलचूल बदलाव के लिए अधिकृत किया था. इसके बाद से गांधी लगातार इस्तीफे की पेशकश पर अड़े हुए हैं. हालांकि पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने उनसे आग्रह किया है कि वह कांग्रेस का नेतृत्व करते रहें.